बीते कई महीनों से चीन में कोविड का नए वैरिएंट JN.1 फैलने की खबरें आ रही थी। लेकिन JN.1 सब-वैरिएंट भारत में भी दस्तक दे चुका है. अब भारत के तमाम राज्यों में इससे होने वाले इन्फेक्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 614 नए मामले सामने आए हैं. इससे पहले 21 मई को 600 से अधिक केस मिले थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के हवाले से बताया कि भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 614 नए केस मिले हैं, जो 21 मई के बाद मिले सबसे अधिक मामले हैं. इसके साथ ही देश में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 2,311 हो गई है.
बता दें कि केरल में 24 घंटे के दौरान तीन लोगों की मौत हुई है. देश में अब तक कोरोना वायरस से मृतकों की संख्या बढ़कर 5 लाख 33 हजार 321 हो गई है. इसके अलावा देश में कोविड-19 मामलों की संख्या 4.50 करोड़ हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,70,346 हो गई है और राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. बताते चले कि देश में अब तक 220.67 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी गई है.
केरल में कोरोना का एक नया वेरिएंट मिला है जिसे JN.1 कहा जा रहा है. इसके मामले वहां तेजी से बढ़ रहे हैं. कई लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और कुछ की मौत भी हो गई. यह नया वेरिएंट बहुत खतरनाक बताया जा रहा है क्योंकि यह बहुत तेजी से फैल रहा है. इसलिए केरल में कोरोना का खतरा फिर से बढ़ गया. इस वजह से 17 दिसंबर को 4 लोगों की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश में भी एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मृत्यु हो गई. लेकिन पता नहीं कि वो इसी नए वेरिएंट से था या नहीं. वहीं केरल में 79 वर्षीय महिला की मौत नए वेरिंएट से हो गई है. ऐसे में फिर से कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से राज्य सरकार ने मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. इसे लेकर सरकार द्वारा एडवाइजरी भी जारी की गई है.
बता दें कि भारत में कोरोना का खतरा एक बार फिर लौट आया है. वैसे तो आम लोग कोरोना महामारी को भूल चुके हैं लेकिन दोबारा से देश के अंदर कोरोना जैसी घातक बीमारी धीरे-धीरे अपना असर दिखाने लग गई है. कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि जो भी सीनियर सिटीजंस हैं, जिनको खांसी जुकाम या फिर बुखार जैसे कोई लक्षण उनके अंदर मौजूद है तो उन लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केरल राज्य के अंदर कोविड-19 का उप स्वरूप जेएन. 1 का एक मामला देखने को मिला है जिसने प्रदेश सरकार की नींद उड़ा दी है. इसी के चलते अब इतना बड़ा फैसला लिया गया है. अगर समय रहते हुए इस चीज को कंट्रोल नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में यह पूरे भारत के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
केंद्र की ओर से एडवाइजरी जारी होने के बाद बिहार सरकार ने भी राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के अस्पतालों को कोविड से निबटने के लिए आवश्यक तैयारी करने को कहा है. लोगों को डरने या घबराने की बजाय सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने मंगलवार की देर शाम विभागीय अधिकारियों के साथ कोरोना से बचाव को लेकर की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की. वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई समीक्षा बैठक में राज्य के सभी सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षक और प्राचार्य शामिल हुए.
बिहार में अभी हर रोज 3 हजार लोगों की कोविड जांच हो रही है. इसकी संख्या बढ़ाने और आरटीपीसीआर जांच करने को कहा गया, ताकि 25 से कम सीटी वैल्यू रहने पर पटना के आईजीआईएमएस में उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा सके. पश्चिम चंपारण, गया, मुजफ्फरपुर, शेखपुरा और बेगूसराय को जांच में तेजी लाने को कहा गया. हवाईअड्डा एवं भीड़-भाड़ वाले इलाकों में रैंडम जांच होगी. अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. जो लोग खांसी, सर्दी और बुखार व अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क पहनने को कहा गया है.
कुछ स्थितियों में आपको विशेष रूप से अलर्ट रहने की जरूरत है...
1. यदि आप काम के सिलसिले में अक्सर विदेश यात्रा करते हैं.
2. अगर आपके दोस्त, रिश्तेदार या सहकर्मी विदेश यात्रा करके या भारत के उन राज्यों से आए हैं, जहां कोविड के नए वैरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं.
3. यदि आप ऑनलाइन ऐसी चीजें मंगा रहे हैं, जो विदेश से आती है.
CDC के मुताबिक कोविड के इस नए सबवैरिएंट JN.1 के अभी तक कोई खास लक्षण दिखाई नहीं दिए हैं. ऐसे में नॉर्मल वायरल फीवर और सब वैरिएंट में फर्क कर पाना मुश्किल है.
ऐसे में सर्दियों में खुद को और अपने परिवार को वायरल फ्लू, कोविड के नए वैरिएंट से सुरक्षित रखने के लिए......आपको हाथ धोना, मास्क पहनना, सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचना, घर के अंदर रहना और टीका लगवाना कोविड से बचाव के सामान्य नियम हैं.
फ्लू और कोविड से बचाव के लिए इन नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है. यह कोविड इन्फेक्शन को रोकने में काफी हद तक कारगर है. स्वास्थ्य एजेंसियों ने लोगों को सलाह दी है कि लक्षण दिखने के तुरंत बाद लापरवाही न बरतते हुए कोविड टेस्ट जरूर कराना चाहिए.
अगर ये लक्षण दिखें, तो समझ जाएं कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है..............बार-बार सर्दी-जुकाम और इंफ्लुएंजा होना. हर वक्त थका महसूस होना. तनाव.......पेट में कोई न कोई समस्या होना........एलर्जी प्रॉब्लम..........इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए रोजाना विटामीन ए, सी, ई से भरपुर फल एवं सब्जियों को खाएं.
और अंत में आपको बताते चलें कि कोविड-19 के सब-वेरिएंट JN.1 की पहचान पहली बार यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में हुई. यहां से तमाम देशों में फैलना शुरू हो गया. ये सब-वैरिएंट पिरोलो वैरिएंट (बीए.2.86) से जुड़ा हुआ है. इसे इंसानी शरीर के इम्यूनिटी के खिलाफ खतरनाक बताया जा रहा है. यही वजह है कि नए सब-वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. भारत में सबसे पहले सिंगापुर में कोविड का सब-वेरिएंट JN.1 फैला. यहां एक भारतीय यात्री में JN.1 इन्फेक्शन का पता चला. यह शख्स तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का मूल निवासी है और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी.