बोधगया रोड के अमवां गांव के पास भगवान बुद्ध की सबसे लंबी शयन मुद्रा में प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसका उद्घाटन किया गया. यह शयन मुद्रा में भगवान बुद्ध की विश्व की सबसे लंबी मूर्ति है. जो लोग पहले भगवान बुद्ध की और 80 फीट की मूर्ति का दर्शन करते थे, वह अब विश्व के सबसे बड़े 100 फीट की लंबाई वाल्रे शयन मुद्रा में भगवान बुद्ध का दर्शन करेंगे. इस उद्घाटन समारोह कार्यक्रम में विभिन्न देशों के श्रद्धालु शामिल हुए थे.
कोलकाता के प्रसिद्द मूर्तिकारों ने बनाया
बता दें कि, यह स्टैच्यू का निर्माण कोलकाता के प्रसिद्ध मूर्तिकारों के द्वारा किया गया है. इसका निर्माण 2019 में कराया गया था, जिसका निर्माण पूर्ण होने के बाद आज उद्घाटन किया गया. भगवान बुद्ध की इस प्रतिमा को शयन मुद्रा में बनाया गया है. इस स्टैच्यू की लंबाई 100 फीट, ऊंचाई 30 फीट और चौड़ाई 24 फीट है. बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन के द्वारा भगवान बुद्ध की इस मूर्ति का निर्माण कराया गया है. इसके निर्माण में फाइबर ग्लास का इस्तेमाल किया गया है.
मुख्य आकर्षण का केंद्र बना प्रतिमा
100 फीट की महात्मा बुद्ध की प्रतिमा का उद्घाटन के बाद विभिन्न देशों से आए बौद्ध धर्म गुरुओं व बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा अलग अलग भाषाओं में विशेष चैंटिंग की गई. इस कार्यक्रम में कंबोडिया, थाईलैंड, श्रीलंका, वियतनाम, म्यांमार सहित दर्जनों देशों से बौद्ध भिक्षु और विदेशी पर्यटक शामिल हुए. यह प्रतिमा पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना है.
गया से मनीष कुमार की रिपोर्ट