बिहार के मुखिया नीतीश कुमार ही वो शख्स हैं जिन्होंने विपक्षी एकजुटता का आह्वान किया था. देश के तमाम विपक्ष के दलों को एकजुट कर बीजेपी को मात देने के लिए रणनीतियां बनाई जा रही थी. जिसके बाद विपक्षी दलों के गठबंधन को इंडिया नाम दिया गया. लेकिन, इस गठबंधन में अब वे शख्स ही नहीं रहे जिन्होंने विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल की थी. जी हां, कुछ दिनों पहले ही नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हो गए. इसके साथ ही उन्होंने एनडीए का दामन थाम लिया. अब नीतीश कुमार एनडीए के साथ ही सरकार चला रहे हैं. ऐसे में लगातार यह सवाल हो रहा था कि, इंडिया गठबंधन का क्या होगा. क्या अब इंडिया गठबंधन का अस्तित्व रहेगा भी या फिर नहीं.
वाम दलों ने राहुल गांधी से की मुलाकात
तो इन सवालों को लेकर जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक इंडिया गठबंधन को एक और झटका लग सकता है. नीतीश कुमार के बाद टीएमसी यानि कि ममता बनर्जी की पार्टी भी खुद को इस विपक्षी गठबंधन से अलग कर सकती है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा कांग्रेस और वाम दलों पर किए जा रहे लगातार हमले के बीच वाम दलों के नेताओं ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने दावा किया कि, टीएमसी जल्द ही इंडिया गठबंधन से अपनी राह अलग कर सकती है. आपको बता दें कि, राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पश्चिम बंगाल पहुंच चुकी है. गुरुवार को वामपंथी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की एक बड़ी भीड़ राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हुई.
'वाम दल आरएसएस-भाजपा और अन्याय के खिलाफ'
सीपीआई (एम) के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने पार्टी की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती और अन्य नेताओं के साथ रघुनाथगंज में राहुल गांधी से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा कि, वाम दल आरएसएस-भाजपा और अन्याय के खिलाफ अपनी लड़ाई का हिस्सा बनने के लिए कांग्रेस की यात्रा में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि, “हम आरएसएस-भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं. आरएसएस-बीजेपी से मुकाबले के लिए राहुल गांधी भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर निकले हैं. हम भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रहे हैं. हम इस यात्रा के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए यहां आए हैं.”
टीएमसी को लेकर कही बड़ी बात
आपको बता दें कि उन्होंने कहा कि, टीएमसी इंडिया गठबंधन से खुद को अलग करने के लिए उत्सुक दिख रही है. "बहुत सारे लोग शुरुआत से इस गठबंधन में शामिल हुए, लेकिन कोई यह नहीं कह सकता कि कौन भाजपा के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा बना रहेगा और कौन खुद को इससे अलग कर लेगा. ममता बनर्जी अब इससे खुद को अलग करना चाहती हैं तो हम इसका स्वागत करते हैं.''
टीएमसी प्रमुख ने बोला था हमला
याद दिला दें कि, टीएमसी प्रमुख ने हाल ही में आरोप लगाया था कि सीपीआई (एम) विपक्षी इंडिया गठबंधन के एजेंडे को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है. इसका जवाब देते हुए सलीम ने कहा कि, “कांग्रेस एक बहुत बड़ी अखिल भारतीय पार्टी है. क्या सीपीआई (एम) के पास इतनी ताकत है ? लेकिन फिर भी वह कह रही है कि सीपीआई (एम) कांग्रेस को नियंत्रित कर रही है.'' उन्होंने यह भी दावा किया कि, यात्रा को असम और पश्चिम बंगाल से गुजरते समय बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है. इधर, सलीम ने कहा कि, "हम ऐसी बाधाओं की निंदा करते हैं क्योंकि यह हमारी राजनीतिक संस्कृति नहीं है." बता दें कि, इससे पहले भी ममता बनर्जी के द्वारा ऐलान किया गया था कि, उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव में उतरेगी.