भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई में पहला टेस्ट शुरू हो गया है. चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में भारत- बांग्लादेश आमने-सामने है. लेकिन, इस बार चेपॉक स्टेडियम में इतिहास बदलने की बात कही जा रही है. दरअसल, मैच में टॉस का सिक्का उछलते ही कुछ ऐसा हुआ, जिसने इस मैदान पर 42 साल का टेस्ट इतिहास बदल दिया. 1982 से लेकर 2024 के बीच खेले गए 21 टेस्ट मैच में आज तक ऐसा कभी देखने को नहीं मिला, जो इस बार हुआ. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इसका मैच के नतीजे पर क्या असर पड़ता है.
दरअसल, बांग्लादेश के कप्तान नजमल हसन शंटो ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया. 1982 के बाद ये पहला मौका था, जब किसी टीम ने चेपॉक स्टेडियम पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी हो. 21 टेस्ट बाद ऐसा देखने को मिला, जब टॉस जीतकर कोई टीम बैटिंग नहीं बल्कि बॉलिंग कर रही हो. इस फैसले से बांग्लादेश का आत्मविश्वास झलकता है. वहीं, बांग्लादेश ऐसे अटैक के साथ जा रहा है, जिसने पाकिस्तान में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा है.
इधर, पिच पर नमी से सीमर्स को फायदा मिलता है और शायद बांग्लादेशी कप्तान इसी का फायदा उठाना चाहती है. भारत में भारत को किसी टेस्ट मैच में मेहमान टीम ने सिर्फ आठ बार ही बल्लेबाजी के लिए बुलाया है, इनमें से छह मैच ड्रॉ हुए हैं तो ऑस्ट्रेलिया ने अन्य दो मैच 10-10 विकेट से जीते हैं. बता दें कि, टॉस जीतने के बाद बांग्लादेशी कप्तान ने कहा कि विकेट पर नमी है और वह हालातों का फायदा उठाना चाहते हैं. दूसरी ओर रोहित शर्मा ने भी माना कि वह भी टॉस जीतकर पहले बॉलिंग ही चुनते.