Desk- झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का दौर शुरू हो गया है. एनडीए ने सीट शेयरिंग फाइनल करते हुए प्रत्याशियों की भी घोषणा कर दी है, पर इंडिया गठबंधन में सीटों का तालमेल फंसा हुआ है और ऐसा लग रहा है कि झारखंड में इंडिया गठबंधन टूट जाएगा और राजद के प्रत्याशी झामुमो और कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ ताल ठोकते नजर आएगी.
दरअसल झामुमो और कांग्रेस आरजेडी को झारखंड में ज्यादा तवज्जो देते हुए नजर नहीं आ रही है. कांग्रेस और झामुमो ने कुल 81 में से 70 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया है बाकी 11 सीटें राजद और वामपंथी दलों के लिए छोड़ने की बात कही थी, पर राजद नेताओं की माने तो उन्हें सिर्फ तीन से चार सीटें देने की बात कही जा रही थी जो उनके नेता और कार्यकर्ताओं के लिए कहीं से भी कबूल नहीं है.
सांसद मनोज झा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हम लोग सोमवार की सुबह का इंतजार करेंगे और तब तक अगर JMM और कांग्रेस की तरफ से सम्मानपूर्वक सीटें नहीं दी गई तो फिर हम 20 से 21 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतरेंगे. मनोज झा ने इसके साथ ही इस बात को दोहराया कि वह उन सीटों पर अपना प्रत्याशी देंगे जहां कांग्रेस और झामुमो से ज्यादा उनकी पकड़ है. उनके विधायक चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन का ही समर्थन करेंगे लेकिन चुनाव में अकेले ही उतरेंगे.
अब झारखंड में इंडिया गठबंधन के साथ ही एनडीए को भी सोमवार का इंतजार है कि राजद कांग्रेस और झामुमो के साथ चुनाव लड़ती है या फिर अकेले मैदान में उतरती है और वह अकेले मैदान में उतरती है तो इसका फायदा और नुकसान किसे होता है.