उत्तर भारत समेत बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. आदमी की कौन कहे अब तो रेलवे की पटरी भी जवाब दे रही है. गया-कोडरमा रेल सेक्शन के गुरगुपा-गझंडी घाट रूट पर यदुग्राम स्टेशन के पास रेलवे की पटरी टूट गई. बताया जा रहा है कि ठंड की वजह से क्रैक आ गया. अप रेल लाइन पर डेढ़ घंटे तक ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही. रेलवे ट्रैक पर टूटे स्थान पर जुगल प्लेट लगाकर इसे ठीक किया गया.
रेल पटरी टूटने से हड़कंप
बताया गया है कि यदुग्राम स्टेशन पर ट्रैक मेनटेनर अरुण कुमार शनिवार को रेलवे ट्रैक चेक कर रहे थे. इस दौरान रेल किलोमीटर नंबर 422/3-5 पर पहुंचे तो अप लाइन में फैक्चर मिला. उन्होंने इसकी सूचना तुरंत यदुग्राम स्टेशन मास्टर को दी. आनन-फानन में सभी ट्रेनों को रोका गया. ट्रैक मेनटेनर के सूझबूझ और तत्परता से बड़ा रेल हादसा टल गया. बताया गया कि अधिक ठंड के कारण रेल ट्रैक में क्रैक आया है.
ठंड में क्यों टूटता है रेलवे ट्रैक?
फिर रेलकर्मियों ने टूटे रेल ट्रैक के स्थान पर जुगल प्लेट लगाया. तब जाकर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो पाई. पहाड़पुर स्टेशन के पीडब्यूआई ने मीडिया को बताया कि रेल ट्रैक टूटने का मुख्य कारण अधिक ठंड पड़ना है. ज्यादा ठंड के कारण रेल ट्रैक में सिकुड़न आ जाता है और वो टूट जाता है. यदुग्राम स्टेशन के पास शनिवार को भी ठंड के कारण ही रेल ट्रैक टूटने की घटना हुई है.
पटना में शिमला जैसी सर्दी
वहीं, पटना में शिमला जैसी सर्दी पड़ रही है. दो दिनों से बिहार के कई जिलों में शीतलहर चल रही है. पटना में हाड़ कंपा देने वाली सर्दी है, खासकर सुबह-शाम. पारा करीब 6 डिग्री तक लुढ़क गया है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 16 जनवरी के बाद से राहत के आसार हैं. इसे देखते हुए पटना जिले के सभी स्कूलों के आठवीं तक के क्लास को सस्पेंड कर दिया गया है.
गौरतलब है कि 12 जनवरी को ऐसी ही एक घटना पटना साहिब स्टेशन पर देखने को मिली थी. जब प्लेटफार्म के नजदीक पटरी में दरार आ गई थी. सूचना मिलते ही स्टेशन मास्टर और रेलवे मेंटेन्स की टीम ने ट्रैक को दुरुस्त किया था. रेलवे ने इसके लिए पीडब्ल्यूआई विभाग को अलर्ट कर दिया है. साथ ही नाइट पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है.