Desk- कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में एक रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर पूरे देश में उबाल है वहीं बिहार के दरभंगा में नाबालिक से सामूहिक दुष्कर्म के मामले को पंचायत में रफा दफा करने का मामला सामने आया है. पंचायत ने आरोपी लड़के को बेगुनाह बताते हुए पीड़ित के परिवार को 2000 रूपया लेकर मामले को खत्म करने का आदेश दिया, लेकिन पीड़ित परिवार ने पंचायत का फरमान मानने के बजाय थाने में शिकायत की है. इसके साथ ही परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
पूरा मामला दरभंगा जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के 3 अगस्त की शाम की है.पीड़िता अपने घर के पास घास काट रही थी। इसी दौरान मोहम्मद नदीम नाम का युवक अपने तीन साथियों के साथ वहां पहुंचा और उसे घसीटकर पास के एक बगीचे में ले गया। आरोपियों ने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और बेहोशी की हालत में सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। ग्रामीणों ने पीड़िता को सड़क किनारे बेहोशी की हालत में देखा और उसे घर पहुंचाया। होश में आने पर पीड़िता ने आपबीती अपने परिजनों को बताई।अगले दिन 4 अगस्त को गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत ने मामले को रफा दफा करने की कोशिश की और लड़की की इज्जत की कीमत 2000 रुपये लगाई।पीड़िता के परिवार ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया है।
और 7 अगस्त को बड़गांव थाने में मोहम्मद नदीम और उसके तीन साथियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है, यही वजह है कि परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लगाए हैं.