इजरायल और हमास युद्ध के हर नए दिन के साथ पूरी दुनिया के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है. अभी तक इजरायल को अमेरिका के साथ-साथ फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी जैसे मुल्क का समर्थन है जबकि गाजा के पक्ष में ईरान और रूस जैसे देश लामबंद होने लगे हैं. इस बीच इजरायल ने प्रण लिया है कि वह हमास को नेस्तनाबूद किए बिना नहीं रुकेगा.
इजरायल और हमास का युद्ध अब जमीनी आक्रमण की तरफ बढ़ रहा है. इजरायल की सेना गाजापट्टी पर जमीनी हमला करने के लिए पूरी तरह तैयार है. इसके लिए गाजा पर जगह-जगह छापेमारी की जा रही है. हमास के कई लड़ाकों को पकड़ा है. इससे पहले इजरायल ने पर्ची गिराकर दक्षिणी हिस्से में रहने वाले लोगों को पूरे इलाकों को खाली करने की चेतावनी जारी की थी, वहीं, हमास ने लोगों से अपने-अपने घरों में बने रहने की अपील की थी. हालांकि, गाजा की सड़कों पर बड़े पैमाने पर लोग पलायन करते दिखे. इस सबके बीच इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि, 'ये तो बस शुरुआत है.'
आपको बता दें कि पिछले शनिवार के बाद से हमास के द्वारा इजरायली हमले में 1300 से अधिक लोग मारे गए हैं. वहीं, फिलिस्तीन के गाजा और वेस्ट बैंक में 1,900 से अधिक लोगों की जान गई है. राष्ट्र के नाम अपने नए संबोधन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनके देश की सेनाएं शेरों की तरहलड़ रही हैं और यह सिर्फ शुरुआत है. उन्होंने कहा कि गाजा पर आक्रमण अभी भी शुरुआती चरण में ही है. उन्होंने कहा, ''हम अपने दुश्मनों द्वारा किए गए अत्याचारों को कभी नहीं भूलेंगे और हम उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. हम दुनिया या किसी को भी इन अत्याचारों को कभी नहीं भूलने देंगे जो कई दशकों में यहूदी लोगों पर नहीं किए गए थे. हम अपने दुश्मनों पर अभूतपूर्व ताकत से हमला कर रहे हैं. यह केवल शुरुआत है.''
इस बीच हमास ने इजरायल पर उत्तरी गाजा से भाग रहे नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है. उनके अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण की ओर जा रहे काफिलों पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 70 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इजरायल ने इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के लिए करने वाले एक वीडियो पत्रकार की शुक्रवार को दक्षिणी लेबनान में उस समय मौत हो गई जब इजराइल की ओर से दागी गई मिसाइलों ने उन पर हमला कर दिया. वीडियोग्राफर सीमा पार सैन्य कार्रवाई की रिपोर्टिंग करने वाले घटनास्थल पर ड्यूटी पर तैनात था. वहीं, रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया. रूसी अधिकारियों ने सुरक्षा परिषद की बैठक में एक मसौदा प्रस्ताव प्रसारित किया. यह संघर्ष शुरू होने के बाद सुरक्षा परिषद के किसी भी सदस्य द्वारा तैयार किया गया यह पहला मसौदा था. हमास ने रूस के युद्धविराम के आह्वान और मध्यस्थता की पेशकश का स्वागत किया.