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बिन ब्याही मां बनना मंजूर लेकिन प्रेमी को बदनाम करना नहीं, पढ़िए Inside Story

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प्यार हर किसी के नसीब में नहीं होता. अगर किसी का प्यार मुकम्मल हो जाये तो उससे खूबसूरत चीज दुनिया में कुछ नहीं होती लेकिन बेवफाई मिल जाए तो उसका ऐसा खामियाजा भुगतना पड़ता है जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है. धोखा लड़की दे या लड़का दोनों के लिए असहनीय दर्द होता है. परिस्थिति ऐसी उत्पन्न हो जाती है कि वे चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते और सच्चाई को अपनाते हुए उसी के साथ आगे बढ़ना पड़ता है. कुछ ऐसा ही हुआ औरंगाबाद की एक लड़की के साथ. काफी सालों तक एक लड़के के साथ उसका प्रेम-प्रसंग चला. इस दौरान लड़की गर्भवती हो गई. यह बात प्रेमी को पता चलते ही वह मुकर गया. 

लड़की अकेली पड़ गई. लेकिन, उसने ना हार माना और ना ही अपने प्रेमी को बदनाम होने दिया. बल्कि बिन ब्याही मां बन अपने बच्चे का ललन-पालन किया. आखिर क्या है पूरा किस्सा हम आपको विस्तार से बताते हैं... यह कहानी है बिहार के औरंगाबाद जिले की. एक मोहल्ले की लड़की को दूसरे मोहल्ले के लड़के से प्यार हो गया. दोनों के बीच एक साल तक प्रेम-प्रसंग चला. एक साल में दोनों एक-दूसरे के काफी करीब आ गए. इस बीच एक दिन प्रेमिका को अचानक से पेट में जोरों का दर्द हुआ. जिसके बाद जब प्रेमिका इलाज कराने अस्पताल गई तो जांच के बाद डॉक्टर ने कहा कि, वह प्रेग्नेंट है.

डॉक्टर के यह बात सुन कर प्रेमिका के पैरों तले मानो जमीन ही खिसक गई. लेकिन, उसने हार नहीं माना और ना ही अपना आपा खोया. बल्कि हिम्मत से काम लेते हुए सबसे पहले इसकी जानकारी अपने प्रेमी को दी. प्रेमिका के प्रेग्नेंट होने की बात सुनते ही प्रेमी ने मुंह मोड़ लिया और वह प्रेमिका से सारे रिश्ते तोड़ दूर हो गया. आम तौर पर देखा जाता है कि ऐसी स्थिति में लड़की प्रेमी के सामने गिड़गिड़ाती है, चीखती है, चिल्लाती है और मामला कोर्ट तक पहुंचता है. लेकिन, यहां प्रेमिका ने ऐसा कुछ नहीं किया. दरअसल, प्रेमिका के सामने दो ही रास्ते थे. पहला यह कि चाहे तो वह गर्भ गिराकर मामले को दबा ले. दूसरा यह कि वह प्रेमी से जंग लड़े और कानून का सहारा लेकर उसे शादी करने पर मजबूर करे. लेकिन, प्रेमिका अपने प्रेमी को बदनाम होता हुआ देख नहीं सकती थी. ऐसे में उसने यह दोनों रास्ता छोड़ तीसरा रास्ता अपनाया. 

प्रेमिका ने पेट में पल रहे बच्चे को बिन ब्याही मां बनकर जन्म देने का फैसला लिया. गर्भ के पूरा होने और बच्चे के जन्म लेने के लिए नौ माह का इंतजार किया. इंतजार की घड़ियां शुक्रवार को खत्म हुई और उसने औरंगाबाद सदर अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में स्वस्थ और सुंदर बेटे को जन्म दिया. अब जच्चा-बच्चा दोनों ही सुरक्षित है तथा सामान्य और सुरक्षित प्रसव के बाद प्रेमिका बिन ब्याही मां बनकर बच्चे को गोद में लिए अपने घर रवाना हो गई. मामले की जानकारी मिलने पर मीडिया जब सदर अस्पताल पहुंची तो उसने मीडिया से कहा कि, हां मैने प्यार किया. प्यार में धोखा हुआ. प्रेमी धोखेबाज निकला लेकिन मैं धोखेबाज नहीं हूं. 

प्रेमिका ने यह भी कहा कि, मैं गर्भ गिराकर पेट में पल रहे अपने बच्चे को धोखा नहीं दे सकती थी. इस कारण मैंने बिन ब्याही मां बनने का फैसला लिया और आज मैं बेटे को जन्म देकर बेहद खूश हूं. मुझे प्रेमी से भी कोई शिकायत नहीं है और न ही जमाने से कोई शिकायत है. यह सब होने के बाद भी मैं अपने प्यार को न तो बदनाम होने देना चाहती हूं और न ही प्रेमी पर आंच आने देना चाहती हूं. इसी कारण प्रेमी पर मैनें कोई केस मुकदमा नहीं किया है. कहा कि, मैं सिंगल मदर के रूप में बच्चे का लालन-पालन करूंगी. बेटे को पाल-पोसकर बड़ा करुंगी और उसी के सहारे पूरा जीवन गुजार लूंगी. बस आपसे विनती है कि मेरा नाम पता सार्वजनिक नहीं करे और न ही मुझसे प्रेमी के बारे में जानकारी मांगें. 

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