आंध्र प्रदेश के तिरुमाला मंदिर में लड्डू तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु वसा (चर्बी) के कथित इस्तेमाल को लेकर विवाद के बीच यह फैसला लिया गया।
पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर ने बताया कि यहां इस तरह के कोई आरोप नहीं लगे हैं, लेकिन प्रशासन 12वीं सदी के मंदिर में 'कोठा भोग' (देवताओं के लिए प्रसाद) और 'बराडी भोग' (ऑर्डर पर प्रसाद) तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे घी की गुणवत्ता की जांच करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य संचालित ओडिशा मिल्क फेडरेशन (ओमफेड) पुरी मंदिर में इस्तेमाल के लिए घी का एकमात्र आपूर्तिकर्ता है।