राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष हैं जगदानंद सिंह. पार्टी और पार्टी के अध्यक्ष लालू यादव के प्रति उनकी ऐसी आस्था है कि तमाम गतिरोधों के बावजूद वे पार्टी में टिके हुए हैं. जगदानंद सिंह को उनकी साफगोई के लिए जाना जाता है. इसी साफगोई में एक दिन पहले जगदानंद सिंह ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में यहां तक बोल गए कि टीका लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनवाया. जगदानंद सिंह ने इस बयान के आगे पीछे भी कई बातें कहीं, लेकिन टीका पर जगदानंद की टिप्पणी सुर्खियों में छा गई. बवाल बढ़ने लगा तो जगदानंद सफाई देने के मूड में भी आए लेकिन मीडिया के सामने मूड बिगड़ गया. चेहरे के सामने लगे माइक पर जगदानंद ने अपनी झुंझलाहट निकाल दी.
जगदानंद सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के सामने एक कार्यक्रम में कहा कि धर्म एक आस्था का विषय है, यह व्यवस्था नहीं बननी चाहिए. भारत जब गुलाम हुआ तो न कर्पूरी ठाकुर थे, न लालू प्रसाद थे, न राम मनोहर लोहिया थे. उस समय तो गरीबों को कोई पूछने वाला नहीं था. टीका लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनवाया. उन्होंने कहा कि हिंदू-मुसलमान में भारत को बांटने से काम नहीं चलेगा. बना लो मंदिर और तोड़ दो मस्जिद, इससे भारत नहीं चलेगा.
एक दिन पहले तमतमाते अंदाज में भाषण देते जगदानंद सिंह से जब मीडिया ने उनकी इसी बात पर रिएक्शन मांगा तो कैसे बोले, तमतमाए और फिर भड़क गए. रिपोर्टर्स को डांटा. आरोप यहां तक लगाया कि अपनी बातें मेरे मुंह में न डालो और उसके बाद माइक अपने हाथों से झिड़क दिया.