Jamui - जन्म प्रमाण पत्र बनाने के आवाज में अवैध राशि की वसूली करने वाले डाटा ऑपरेटर को जिलाधिकारी ने रंगे हाथ पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया, इसके बाद पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया.
यह मामला जमुई जिले से जुड़ा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार जिले के डीएम राकेश कुमार प्रखंड कार्यालय बरहट का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे.इस दौरान उन्होंने आरटीपीएस काउंटर, अंचल कार्यालय, आयुष्मान कार्ड बनाने की जगह सहित प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 'विश्वान ' कार्यालय के पास भीड़ को देखा तो वहां उपस्थित लोगों से पूछताछ की.बरहट पंचायत के खिरिया गांव के लक्ष्मण सौरेन ने कहा कि विश्वान कार्यालय के डाटा आपरेटर संतोष कुमार यादव दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के नाम पर 1500/ सौ रुपया लेकर भी प्रमाणपत्र नहीं बना रहा है।तब उन्होंने पीड़ित को लेकर विश्वान कार्यालय पहुंचे तथा पीड़ित की निशानदेही पर डीएम के आदेश पर अधिकारियो और पुलिस कर्मी ने डाटा आपरेटर संतोष यादव के पाकेट की तलाशी लिया तो उसके पाकेट से 5 हजार रुपए की बरामदगी हुई।
पूछताछ में डाटा आपरेटर ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।तब उन्होंने पीड़ित का आवेदन लेकर बीडीओ को सख्त निर्देश दिया कि इसे अविलंब पुलिस के हवाले कर कार्रवाई की जाए ताकि कोई भी कर्मी किसी भी व्यक्ति से नाजायज वसूली नहीं कर सके। डीएम के इस सख्त रुप को देखकर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया।
इस संबंध में डीएम राकेश कुमार ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली थी कि बरहट प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में अवैध राशि की वसूली होती है। इसके साथ ही प्रखंड कार्यालय में बीडीओ एवं सीओ द्वारा जनता दरबार लगाया जा रहा है या नहीं इसका निरीक्षण करना था ।निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों की शिकायत पर जब विश्वान के डाटा आपरेटर की तलाशी ली गई तो उसके पाकेट से 5 हजार रुपए की राशि मिली। इससे यह साबित होता है कि अवैध उगाही की जाती थी। उन्होंने कर्मी को गिरफ्तार करने का आदेश देते हुए कारवाई करने की बात कही।
जमुई से धनंजय की रिपोर्ट