प्रशांत किशोर ने राष्ट्रपिता का अपमान कर दिया यह कैसा दौर है कि पूरे देश के अंदर में 2 अक्टूबर को शराब की दुकान जहां शराब बंदी नहीं प्रभावित है वहां भी बंद रहता है और उसी दिन आपने शराबबंदी खत्म करने की बात कह कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान किया है पूरा देश और दुनिया आपके इस मनत्व से बौद्धिक रूप से शर्मसार हुआ है आपको राष्ट्रपिता के चरणों में जाकर माफी मांगनी चाहिए कि आपके द्वारा दिए गए मंतव्य आपके राजनीतिक आचरण के खिलाफ है