देश के नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सुबह के साढ़े 7 बजे से ही हवन-पूजा शुरू हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंगोल को हाथ में लेने से पहले उसे दंडवत प्रणाम किया और इसके बाद लोकसभा में स्थापित कर दिया है. उद्घाटन समारोह का पहला चरण समाप्त हो चुका है. वहीं, दूसरी तरफ राजधानी पटना में जदयू के नेता और कार्यकर्ता ने आपना मूड सेट कर लिया है और संसद भवन के उद्घाटन समारोह का पूरी तरह बहिष्कार करने की ठान ली है.
दरअसल, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ये एलान कर दिया था कि आज जदयू के तमाम नेता और कार्यकर्ता के द्वारा उद्घाटन समारोह के खिलाफ अनशन किया जायेगा. आज जदयू 11 बजे बाबा साहेब भीमराव अम्बेदकर की प्रतिमा के समक्ष अनशन करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का पूरजोर विरोध करेंगे. बता दें कि, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों नहीं होने के कारण बवाल मचा हुआ है.
20 विपक्ष के दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है. सभी की मांग थी कि उद्घाटन देश के पहले नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन होना चाहिए. उमेश कुशवाहा ने कहा था कि, इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति को ना बुलाना एक दलित और महिला का अपमान है. यह अपमान जदयू कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. इसलिए आज बाबा साहेब की प्रतिमा के समक्ष तमाम जदयू के नेता और कार्यकर्ता अनशन करेंगे.