सहरसा जिले में जीविका दीदियां इन दिनों कमाल कर रही हैं. जिले में जीविका दीदियों के दुग्ध उत्पादन कंपनी 'कौशिकी' जीविका महिला दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड के शीतलन केंद्र से प्रतिदिन 15000 लीटर दूध रिफाइन होकर कई कंपनियों को जाता है. साथ ही साथ इस शीतलन केंद्र में जीविका दही, जीविका पनीर, जीविका खोवा, जीविका घी भी तैयार किया जाता है. कहा जाता है कि, 'कौशिकी' जीविका महिला दुग्ध उत्पादन केंद्र से तैयार यह सभी चीजें काफी स्वादिष्ट होती है.
हालांकि, अभी 'कौशिकी' के द्वारा लोकल सप्लाई किया जाता है. इसे तैयार करने के लिए इस केंद्र में विभिन्न प्रकार के मशीनें लगाई गई हैं. एक केंद्र में तकरीबन 10 लोग काम करते हैं. बता दें कि, सहरसा जिले में कुल 4 केंद्र बना हुआ है. जिसमें सत्तर कटैया सोनबरसा पतरघट और सरोजा में यह केंद्र बना हुआ है. केंद्र के इंचार्ज रणवीर कुमार बताते हैं कि, इस केंद्र में गांव से 'कौशिकी' जीविका दीदी के द्वारा दूध कलेक्शन कर लाया जाता है और इसके बाद दूध की गुणवत्ता की जांच की जाती है. जांच करने के बाद दूध को ठंडा किया जाता है और सारी प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद हम लोग मदर डेयरी और सुधा डेयरी कंपनी को दूध भेजते हैं.
इंचार्ज ने यह भी बताया कि, इस केंद्र में हम लोग एक नई चीज की शुरुआत की है. जिसमें दही, घी, पनीर, खोवा जैसे आइटम को भी तैयार करते हैं और पैकिंग कर उसे लोकल दुकानदारों को देते हैं. साथ ही साथ इस केंद्र से तकरीबन 1000 महिलाएं जुड़ी हुई हैं जो अपने इस कारोबार से अच्छा जीविकोपार्जन कर रही हैं. आगे हम लोग काफी बेहतर करने के लिए जा रहे हैं जिससे काफी लोगों को रोजगार भी मिलेगा और स्थानीय एक ब्रांड की पहचान भी होगी.