डॉ . इरफ़ान अंसारी ने कहा कि आप लोग क्या सोच रहे हैं कि हमारे राम को जेल भेज देंगे और हनुमान चुप रहेगा। जेल का ताला टूटेगा और हमारे राम हेमंत छूटेंगे।
वहीं भीमराव अंबेडकर और दलितों का मुद्दा उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी और इरफान अंसारी भिड़ गए। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान बन रहा था तो उस समय वहां 22 प्रतिशत हिंदू थे। आज सिमट कर एक प्रतिशत रह गए हैं। यही हाल बांग्लादेश का है। बांग्लादेश में भी हिंदू दो प्रतिशत ही बचे हैं।
वहीं भाजपा की ओर से भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न देने को लेकर प्रतिक्रिया दी गई। इसका जवाब देते हुए इरफान अंसारी ने कहा कि राम मंदिर के शिलान्यास के समय देश के दलित राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में आदिवासी राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया। यही है इन लोगों का आदिवासी दलित प्रेम, राम के पुजारी नहीं बल्कि राम के व्यापारी हैं।
अमर बाउरी ने कहा कि ये लोग इटली के नुमाइंदे हैं। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि और जयंती नहीं मानते हैं। डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि आप लोग कितने बड़े आदिवासी प्रेमी हैं यह तो पूरा देश देख रहा है। ये लोग नकली राम भक्त हैं।
वहीं मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने अधूरे राम मंदिर के उद्घाटन पर जमकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 500 साल इंतजार किया लेकिन दो साल और इंतजार नहीं कर पाये। आधे-अधूरे राम मंदिर का उद्घाटन कर बीजेपी इसका राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में आडवानी और राष्ट्रपति को नहीं बुलाए जाने पर उन्होंने सवाल खड़े किये। भाजपा को नकली रामभक्त बताया।