जानकारी के मुताबिक ईडी ने पुछताछ के तीनों को दो सप्ताह के बाद बुलाया है. गौरतलब है कि बीते 12 मार्च को जबरन वसूली, लेवी की वसूली, अवैध बालू खनन और जमीन पर कब्जा करने को लेकर ईडी अंबा प्रसाद और उनसे जुड़े लोगों के 20 ठिकाने पर छापा मारा था. तलाशी अभियान के दौरान 35 लाख रुपये, डिजिटल उपकरण, सर्किल कार्यालयों, बैंकों के नकली टिकट, हाथ से लिखी रसीदें,डायरियां, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और झारखंड राज्य में अवैध बालू खनन से संबंधित साक्ष्य बरामद किए गए हैं. सभी को बरामद कर जब्त कर लिया गया है.
ईडी ने योगेंद्र साव, उनके परिवार के सदस्यों और उनके सहयोगियों के खिलाफ झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज 15 से अधिक एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की. प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि योगेन्द्र साव, अंबा प्रसाद अपने सहयोगियों के साथ विभिन्न प्रकार की आपराधिक गतिविधियों जैसे जबरन वसूली, लेवी की वसूली, अवैध रेत खनन, जमीन पर कब्जा आदि में शामिल हैं, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने आय अर्जित की है।