ईडी की टीम ने ग्रामीणों से पूछताछ की, इसके बाद ईडी की टीम दस गाड़ी में सवार होकर कांके रिसॉर्ट और कांके ब्लॉक पहुंचकर छापेमारी कर रही है। ईडी को जमीनों का नेचर बदलकर उसे बेचे जाने की शिकायत मिली है. जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी है।
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने वाले सिंडिकेट से जुड़े शेखर कुशवाहा ने बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कांके इलाके में कई जगहों पर कमलेश कुमार द्वारा जमीन के फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन हड़पने की जानकारी दी थी। मामला सामने आने के बाद ईडी ने समन कर कमलेश कुमार को रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन ईडी के समन पर उपस्थिति ना होकर कमलेश फरार हो गया था, जिसके बाद शुक्रवार की दोपहर 12 बजे ईडी की टीम कांके रोड के चांदनी चौक स्थित एस्ट्रो ग्रीन स्थित फ्लैट पहुंची, लेकिन ईडी के पहुंचने से ठीक पहले कमलेश वहां से निकल गया था। स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में ईडी ने इस फ्लैट को सर्च किया। इस दौरान ईडी को वहां से 100 जिंदा कारतूस और एक करोड़ कैश मिला, इस मौके से एजेंसी ने जमीन से जुड़े दस्तावेज समेत कई महत्वपूर्ण साक्ष्य भी बरामद किये हैं। कांके रोड में छापेमारी के बाद ईडी ने देर शाम कमलेश के चेशायर होम रोड स्थित आवास में भी छापेमारी की थी।
गौरतलब है कि 21 जून को ईडी ने कमलेश के ठिकानों पर छापेमारी की थी, इस दौरान उसके ठिकानों से एक करोड़ कैश और 100 कारतूस बरामद हुए थे, इस पूरे मामले में ईडी ने झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। रांची के कांके थाना में कमलेश के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला भी दर्ज हुआ था, इस मामले में ईडी ने कमलेश को समन भेजकर 28 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ, इसके बाद ईडी ने कमलेश कुमार को दोबारा समन भेजा है, ईडी ने समन भेजकर 12 जुलाई को उपस्थित होने को कहा है।