झारखंड के राज्यपाल ने कहा कि वे ग्रामीणों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को जानना चाहते हैं, ताकि उन समस्याओं का निराकरण किया जा सके। साथ ही यह भी जानना चाहते है कि सरकार की योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को किस हद तक मिला है एवं उसमें सुधार की क्या संभावनाएं हैं। उन्होंने ग्रामीणों से जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्धता की दिशा में हो रही कार्रवाई के संबंध में जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने अस्पताल में प्राप्त सुविधाएं एवं चिकित्सकों के कमी के संबंध में बताया। ग्रामीणों द्वारा विद्यालयों में शिक्षकों के कमी से पढ़ाई में हो रहे उत्पन्न बाधा से भी राज्यपाल महोदय को अवगत कराया।
राज्यपाल महोदय ने प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ-साथ अन्य आवास योजना के तहत पंचायत में लाभूकों की जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने बताया कि इस पंचायत मंव अधिकांश लोगों का आवास निर्मित हो चुका है एवं बचे हुए लोगों का आवास निर्माण हेतु भी कार्रवाई चल रही है। उन्होंने पेंशन से संबंधित योजनाओं के बारे में लोगों से पूछा कि इस योजना से लाभ हो रहा है अथवा नहीं। स्वयं सहायता समूह के बहनों के उनके आय के बारे में जानकारी प्राप्त की। स्वयं सहायता समूह के बहनों ने बताया कि सरकार के इस योजना से जुड़कर 7 से 10 हजार प्रतिमाह का आय प्राप्त हो रहा है एवं आय में वृद्धि के लिए सतत प्रयत्नशील हैं।
उक्त अवसर पर राज्यपाल महोदय द्वारा सर्वजन पेंशन योजना, फूलो झानो आशीर्वाद योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना एवं मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत परिसंपतियों का वितरण भी किया।