बंधक बनाने वालों ने उनके परिवारों से फिरौती की मांग की है.इस मामले को लेकर मजदूरों के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और अपने प्रियजनों की सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है. बताया जा रहा है कि दुमका के ये सभी मजदूर कपड़ा मिल में काम करने के लिए तमिलनाडु गए थे, लेकिन वहां पहुंचने के कुछ ही घंटों बाद उन्हें बंधक बना लिया गया। बंधकों ने मजदूरों से मारपीट भी की है, जिसकी जानकारी मजदूरों ने फोन पर अपने परिवारों को दी है।
रविवार को इस घटना का खुलासा हुआ, जब एक परिवार ने 15 हजार रुपये ऑनलाइन भेजे, लेकिन फिर भी मजदूर को रिहा नहीं किया गया. इसके बाद मजदूरों के परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मदद की अपील की और दुमका एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार से मिलकर पूरी घटना की जानकारी दी। बंधक बनाए गए मजदूरों में दीपक पहाड़िया, शंकर पहाड़िया, राजू पहाड़िया, नोरेन सोरेन, जोगेश सोरेन, मुंशी मुर्मू, और राजकिशोर पहाड़िया शामिल हैं।