इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने गुरुवार को संकल्प जारी कर दिया है। इसके तहत राज्य के प्रमुख अस्पतालों के साथ अन्य अस्पतालों को संबद्ध कर मेंटोरशिप के माध्यम से चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों की गुणवत्ता एवं दक्षता में सुधार कर उत्तम गुणवता की सेवा प्रदान करना है।
विभाग ने एम्स देवघर , रिम्स रांची, एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जमशेदपुर, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल धनबाद, शैख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हजारीचाग, फूलो-झानो मेडिकल एवं अस्पताल दुमका, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पलामू व सदर अस्पताल रांची को मेंटर अस्पताल बनाते हुए अन्य अस्पतालों की इसके साथ संबद्ध किया है।
इसके तहत प्राध्यापक को दस हजार, सह प्राध्यापक को पांच और सहायक प्राध्यापक को चार हजार, सिविल सर्जन व अगर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को प्रति विजिट के लिए पांच हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। इस योजना के लिए मेंटर अस्पतालों को एकमुश्त 20 लाख रुपये उपलब्ध कराये जायेंगे सरकार ने मेटरिंग के लिए चिकित्सकों का मानदेय निर्धारित किया है।