झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्पादसीएम हेमंत सोरेन के आदेश के बाद उत्पाद सिपाही की बहाली मैं युवाओं की हो रही मृत्यु को देखते हुए अगलेतीन दिन 3, 4 और 5 सितंबर तक के लिए स्थगित करने का आदेश दिया है। सीएम ने कहा कि उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया में दौड़ के क्रम में प्रतिभागियों की असामयिक मृत्यु दुःखद और मर्माहत करने वाली है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्ववर्ती रघुवर सरकार द्वारा बनाये गये नियमावली की अविलंब समीक्षा का निर्देश देते हुए कहा इस ढंग की भविष्य की सभी बहालियों के लिए नियमावली में बदलाव करने की आवश्यकता है। साथ ही इस प्रक्रिया में दुर्भाग्यवश पीड़ित और शोकाकुल परिवार को सरकार की तरफ से तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रस्ताव बनाने का भी निर्देश दिया गया है।
आखिर किन कारणों से हमारे गांव - समाज के अपेक्षाकृत स्वस्थ / चुस्त लोग, पूर्व से चली आ रही शारीरिक परीक्षा में हताहत हो जा रहे हैं, आखिर झारखंड सहित देश में पिछले 3-4 वर्षों में सामान्य जन के स्वास्थ्य में ऐसा क्या बदलाव आया है ? इन युवाओं की असामयिक मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए, जिससे की भविष्य में ऐसी दुर्घटना घटित न हो, हमने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की भी एक समिति का गठन कर परामर्श रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है।