बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भरे सदन में बेइज्जत किया था. जीतन राम मांझी पर किये गए विवादित टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं. खास कर बीजेपी जीतन राम मांझी के समर्थन में आ गई है और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर कटाक्ष कर रही है. इसी क्रम में आज हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी बीजेपी के तमाम नेता और विधायकों के साथ सड़क पर उतर गए हैं. वे सभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
बता दें कि, यह धरना पटना हाईकोर्ट के सामने अम्बेडकर मूर्ति पर है. लेकिन, जीतन राम मांझी को जहां धरना देना है वो प्रतिबंधित क्षेत्र है. ऐसे में स्मारक के पास जिला प्रशासन ने ताला जड़ दिया है और जिला प्रशासन ने धरना देने की जगह पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी है. ऐसे में अंबेडकर स्मारक के गेट पर जीतन राम मांझी खड़े हैं. वहीं, मांझी के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे. जिस तरह से सदन में मांझी के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विवादित टिप्पणी की थी, उसे लेकर तमाम विपक्ष में गुस्सा भड़का हुआ है.
इस दौरान जीतन राम मांझी ने कहा कि, नीतीश कुमार ने अपने बयान से सिर्फ जीतन राम मांझी का अपना नहीं किया बल्कि पूरे देश के दलित समाज के लोगों का अपमान किया है. इसके साथ ही मांझी ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करने के साथ ही कई तरह के सवाल भी खड़े कर दिए हैं. तो वहीं इस दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि, यह लोकतंत्र की हत्या है. यहां बालू माफिया, शराब माफिया समेत अन्य का राज हो गया है और मुख्यमंत्री बीमार चल रहे हैं. जो स्थिति अभी बिहार की है, उससे साफ होता है कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है. इसके अलावे विजय कुमार सिन्हा ने भी जमकर हमला बोला.