GAYA- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद उनका मुंह बंद गया है, वह उन मुद्दों को बेबाकी नहीं उठा सकते हैं जो एक सांसद के रूप में उठा सकते थे क्योंकि मंत्री बनने के बाद एक मर्यादा होती है जिसका पालन करना होता है.
दरअसल केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद जीतन राम जी गया पहुंचे हैं. उनका कई इलाकों में स्वागत और अभिनंदन हो रहा है. सुदूरवर्ती बांदेगढ़ गांव में आयोजित सम्मान समारोह में जीतन राम मांझी ने कहा कि गया के विकास के लिए उन्होंने बहुत कुछ सोच रखा है. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज भी उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने का मलाल है. उन्होंने कहा कि वे तो अच्छा काम कर रहे थे लेकिन अच्छा काम बहुत लोगों को अच्छा नहीं लगता है. अपनी बेबाक बोली के लिए प्रसिद्ध जीतन राम मांझी ने कहा कि मंत्री बनने के बाद उनका मुंह बंद हो गया है और कलम रुंध हो गया है. सिर्फ सांसद रहते तो ज्यादा काम करते. क्योंकि मंत्री पद पाने के बाद मर्यादाओं में बंधना पड़ता है.
अपने संबोधन के दौरान मांझी ने होमगार्ड जवानों को लेकर बिगड़े बोल भी बोल दिए उन्होंने कहा कि झोलटंगवा जैसा वर्दी पहनते थे. उनके कई समस्याओं को उन्होंने दूर किया है. मांझी ने कहा कि अगर वे सिर्फ सांसद रहते हैं तो कहते कि या तो कॉमन स्कूली सिस्टम लागू कीजिए अथवा बाबा साहब अंबेडकर का नाम लेना छोड़ दीजिए. आज अपने संबोधन में जीतन राम मांझी ने यह भी खुलासा किया कि जब उनको मंत्रालय के विभाग का लिफाफा मिला तो देखकर अपना माथा ठोक लिया की न जाने कौन सा यह विभाग है. परंतु पीएम मोदी ने मुझे कहा कि हम अपनी कल्पना का विभाग आपको दिया है. जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि कभी नरसिम्हा राव मेरे कंधे पर हाथ रखकर गया वासियों को बोले थे कि मांझी को ज़िताओ भारत सरकार इनके पीछे रहेगी. लेकिन उसे समय हम हार गए थे. इस बार नरेंद्र भाई मोदी ने कहा कि मांझी नहीं बल्कि वे चुनाव लड़ रहे हैं. तब इस बार आप लोगों ने मोदी जी की बात मान ली. अगर उस समय नरसिम्हा राव जी की बात मान लेते तो आज गया की तस्वीर कुछ दूसरी होती.
जीतन राम ने यह भी कहा कि विरोधी दल हमेशा भ्रम फैलाने की कोशिश करते रहते हैं. कभी संविधान बदल दिया जाएगा, आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा, अब ये लोग भ्रम फैला रहे हैं कि एनडीए सरकार कमजोर है. ऐसी बात नही है केंद्र की एनडीए सरकार बहुत मजबूत है
जीतन राम मांझी अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल भी गए,. वहां में टेकारी थाना क्षेत्र के चिरौली में महादलित परिवार के साथ घटित घटना संजय मांझी से मिलने पहुंचे और पूरी घटना का विस्तृत हाल जाना।विदित हो कि दबंगों द्वारा भूमि विवाद में धारदार हथियार से संजय मांझी का हाथ काट दिया गया था। इस सम्बन्ध में मांझी ने बेहतर इलाज के लिए अस्पताल अधीक्षक को निर्देशित किया गया। साथ ही वरीय पुलिस पदाधिकारी से बात कर इस घटना में संलिप्त दबंग पर अविलंब कानूनी शिकंजा कसने को कहां।इस दौरान मांझी ने कहा सभ्य समाज के लिए इस तरह की घटना स्वीकार नहीं है। गरीब महादलित परिवारों के साथ इस तरीका का घटना अशोभनीय है। ऐसी मानसिकता के लोगों को कानून सबक सिखाने का काम करें।पीड़ित परिवार को राज्य सरकार द्वारा मिलने वाला मुआवजा है उसको अभिलंब मुहैया किया जाए इसके लिए संबंधित पदाधिकारी से बात कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
गया से मनीष की रिपोर्ट