झारखंड में चंपई सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार होने के बाद अंतिम समय में मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के बाद लातेहार के jmm के असंतुष्ट विधायक बैजनाथ राम अपने समर्थकों के साथ एक बैठक की इस बैठक में एससी समाज से मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने को लेकर रोस व्यक्त की गई है
अंतिम समय में मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने और शपथ नहीं दिलाए जाने के विषय में पूरे घटनाक्रम को विधायक बैजनाथ नाम ने बताया
मौजूदा राजनीतिक परिपेक्ष के विषय में हम इसी समाज के समर्थकों के साथ बैठकर विचार विमर्श किया मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से हमारी बात हो रही है दिल्ली से लौट के बाद इस विषय पर उनके निर्णय का इंतजार होगा उन्होंने भरोसा दिलाया है कि आपको मंत्री पद की शपथ निश्चित रूप से दिलाई जाएगी कभी-कभी राजनीतिक दबाव के कारण कुछ निर्णय में परिवर्तन आता है
वहीं कांग्रेस के नाराज विधायकों के विषय में कहा कि कांग्रेस के आला कमान का काम है कि वह अपने नाराज विधायकों को कैसे मनाए , पुरानी पार्टी के 12 विधायकों ने दी धमकी
चंपई सोरेन सरकार में पार्टी के चार विधायकों को शामिल करने पर 12 असंतुष्ट विधायकों में से आठ पार्टी आलाकमान के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराने के लिए शनिवार शाम दिल्ली पहुंचे. कांग्रेस से नाखुश आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख को फिर से मंत्री पद देने के फैसले को लेकर विधायकों में शनिवार को रांची के एक होटल में हंगामा हो गया, जहां जेएमएम के नए मंत्री और पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन पहुंचे. बसंत सोरेन ने उन्हें अपना निर्णय बदलने के लिए मनाया.
सबसे पुरानी पार्टी के 12 विधायकों ने धमकी दी है कि अगर पार्टी के मंत्रियों की जगह नए चेहरे नहीं लाए गए तो वे 23 फरवरी से होने वाले आगामी राज्य विधानसभा सत्र का बहिष्कार करेंगे. राज्य में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 विधायक (जेएमएम-29, कांग्रेस-17 और एक आरजेडी) हैं.