दुनिया का सबसे बड़ा संविधान लोकतंत्र के हत्या का दिवस मनाएंगे चुनाव के समय भाजपा ने चार सौ पार का नारा दिया था जब इसमें सफल नहीं हुए तो अब संविधान हत्या दिवस मानाने की घोषणा की है ,
25 जून को संविधान की हत्या बात करते है लेकिन 62और 71 के जंग के समय भी आपातकाल था।
सम्विधान की हत्या का मुहर 2014 में लगा था.जब प्रधानमंत्री इस देश के पं बने इसके बाद देश में मोदी ने 2016में आर्थिक आपातकाल की घोषणा कर लोगों को बेरोजगार कर दिया. फिर कोरोना के समय बिना किसी तयारी के नागरिक आपतकाल लगा दिया इसमें मज़दूर मरने को मज़बूर हो आगये सैकड़ो जान सड़क पर चली गयी, इसके बाद फिर किसानो पर आपातकाल लगा मणिपुर में अदिवासी पर आपातकाल लगा दिया नौकरी ना दे कर युवाओं पर आपातकाल लगा दिया ,
सभी संस्थानों को कब्जे में लेकर बर्बाद कर दिया इस सरकार में सभी चीजों पर आपातकाल है देश की मीडिया पर आपातकाल लगाने का काम कर दिया जो इसका विरोध करता है उसपर कार्रवाई कर देते है ,
देश ने फादर स्टेन स्वामी को खोया है आपने ना जाने कितनो को जेल में बंद कर खत्म कर दी है आपने तो हर दिन संविधान की हत्या कर रहे है , झारखंड मे तय सीमा पर चुनाव के लिए तैयार है किसी भी तरह से झारखण्ड में विधानसभा चुना में भाजपा को डबल डिजिट पार नहीं करने देंगे जिस तरह से लोकसभा चुनाव में सिंगल डिजिट पर रोका है अब विधानसभा में भी रोकने का काम करेंगे।