रांची : झारखंड में चुनाव की घोषणा के साथ ही राज्य में राजनीति हलचल तेज हो गयी है। इसी कड़ी में झामुमो ने पिछले पांच साल के कार्यकाल में उपलब्धियां और चुनौतियों के बारे में बताया है।
झामुमो ने चुनाव आयोग के द्वारा जारी तिथियो पर ऐतराज जताते हुए कहा कि चुनाव के तिथियां की घोषणा भाजपा के इशारे पर हुई है। झामुमो केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पहले हरियाणा का चुनाव महाराष्ट्र के साथ होता था, लेकिन इस बार हरियाणा में अकेले चुनाव कराया गया और झारखंड महाराष्ट्र एक साथ हो रहा है। यह बताने को काफी है कि किसके इशारे पर चुनाव आयोग कम कर रही है। उन्होंने 2005 में आई फिल्म बंटी और बबली को याद दिलाते हुए कहा दोनों ने ताजमहल को भेजा था। वैसे ही वर्तमान में बंटी और बबली यानी भाजपा और चुनाव आयोग हो गई है, जो लोकतंत्र और जम्हूरियत को बेचने में लगी है।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पहले चरण में 43 सीट पर ही चुनाव की घोषणा क्यों हुई, 47 हो सकती थी। इसमें मांडू, रामगढ़ और खिजरी नहीं है। मांडू दो जिला में आता है रामगढ़ और हजारीबाग। रामगढ़ में खड़े हो कर रांची को प्रभावित करने का काम करेंगे भाजपा के नेता। इस तरह कई विधानसभा सीट है जो प्रभावित होगा।आखिर ये भाजपा और ECI पूरा खेल खेलने में लगी है। चुनाव को कैसे हाईजैक किया गया है। चुनाव आयोग कैसे काम करेगी, इसकी पटकथा पहले असम सरकार के भवन में लिखी गई, फिर पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित कार्यालय में अनुमोदन हुआ फिर चुनाव आयोग ने पेश किया।