इसके पहले जमशेदपुर में झारखंड के स्वतंत्रता योद्धा पोटो हो का नाम लिया था , बीजेपी को पहली बार एहसास हुआ कोल्हान ने पोटो हो स्वतंत्रता सेनानी थे , पर हजारीबाग में अपने लंबे भाषण में रूपू मांझी जिन्होंने संथाल विद्रोह का कमान संभाल था उनका नाम लेना भूल गए , क्योंकि बीजेपी को पता ही नहीं था , मंगल पांडे हजारीबाग के थे ये बीजेपी को नहीं मालूम , उनको ये भी नहीं मालूम बाबू राम नारायण सिंह कौन थे ?
मोदी जी आदिवासी मूलवासी से डरते हैं , आदिवासी मूल वासी का जनसंघर्ष लेह और लद्दाख में चल रहा है , आज के दिन सोनांग वांचू जब दिल्ली पहुंचे हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लेते हैं ।
आप हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा से डरते हैं , हजारीबाग में दिखा आप कितने डरे और सहमे हैं। पीएम जैसा आदमी वीडियो और सीओ के ट्रांसफर पोस्टिंग की बात करते हैं। पेपर लीक की बात करते हैं मोदी जी के शासन में हुआ , पेपर लीक के सूत्रधार व्यापक के शिवराज सिंह पीएम के बगल में बैठे थे।
बाबूलाल और आजसू ने ओबीसी के 27% आरक्षण को घटा कर 14% कर दिया, आप आदिवासी और मूलवासी से डरते हैं , सोनंग वंचुग जब अपने राज्य में जमीन बचाने के लिए आते हैं तो डरते हैं, आप बेटी , माटी और रोटी की बात करते हैं, आपके दो करोड़ रोजगार के वादे का क्या हुआ ?
भारतीय जनता पार्टी को जे एम एम से डरना चाहिए , क्योंकि ये यहां के आदिवासी और मूलवासी की बात करता है और इस लिए आपको डरना चाहिए।
अमित शाह खूंटी आए थे तब उन्हें शहीदों की मिट्टी दी थी सभी आदिवासी सीटों पर सफाया हो गया।इस बार दो दो मिट्टी का घड़ा मिला है अब यहां गड्ढा इंतजार कर रहा है।
आगे आप बीजेपी के लिए वोट मांगने नहीं आएगा , झारखंड की जनता ने इसका मन बना लिया है।
आप डेमोग्राफी की बात करते हैं आप अपने संगठन की डेमोग्राफी देखिए।
केंद्र में बैठ कर आप घंटे बजा रहे थे , किनका काम है। आपके प्रभारी कहते हैं आसमा के रास्ते घुसपैठ हो रहा तो यहां बैठ कर झाल बजा रहे हैं ,वहां बैठ कर डुगडुगी बजाएं.....!!