रांची : झारखंड के विधानसभा चुनाव को आशंका जताई जा रही है कि समय से पहले झारखंड में चुनाव करवाने की तैयारी है। जनादेश के विपरीत का होगा तो ये अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक होगा।
आशंकाएं जो आ रही है झारखंड में समय से पहले चुनाव करवाया जा सकता है। इसको लेकर निर्वाचन आयोग को एक पत्र भी मेल किया है। 23 सितंबर को निर्वाचन आयोग की जो टीम आई थी उससे कहा था , जनादेश का विपरीत कोई काम होगा तो वो अलोकतांत्रिक और संवैधानिक भी होगा। नवंबर में चुनाव की संभावना है , हम चुनाव के लिए हमेशा तैयार हैं पर हमारी कार्य बाधित न हो इसके लिए पत्र लिखा है और दिसंबर तक कार्यकाल का पत्र लिखा है। हरियाणा और महाराष्ट्र के समय पर चुनाव हुआ तो झारखंड के साथ भी भेद भाव न हो। 15 नवंबर तक कई त्योहार है, दिसंबर का पूरा माह है , तो दिसंबर में चुनाव हो। अगर जम्मू कश्मीर में दो फेज में हो सकता है तो हमारे यहां भी हो सकता है। चुनाव आयोग तय समय पर चुनाव संपन्न करवाया।
अब 2024 का पर्व त्योहार का समय है उसके बाद राज्य में वर्तमान राज्य सरकार का कार्यकाल दिसंबर के अंत तक तय है। एक बार फिर से जन विश्वास लेने को लोगों के बीच रहेंगे। सभी राज्य में सरकार के कार्यकाल के पूर्ण अवधि के उपयोग का दायित्व राज्य सरकार का होता है। हरियाणा चुनाव का कल नतीजा भी आ जायेगा , जनादेश में वहां बीजेपी का सफाया होगा और नई सरकार का गठन होगा। पिछले बार भी 23 दिसंबर को रिजल्ट आया था और 29 दिसंबर को शपथ ग्रहण हुआ था।