Muzaffarpur : मुजफ्फरपुर जिले के जजुआर थाना क्षेत्र के उफरौली में कफन दफन को लेकर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। काफी संख्या में पुलिस पहुंचकर कैंप कर रही है। लोगों ने विभाग के पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि पर माहौल को बिगाड़ने का आरोप लगाया है। जबकि 100 साल से भी अधिक पुरानी यह कब्रिस्तान है। जिसमें सैकड़ों लोगों का दाह संस्कार करवाया जा चुका है। इसके बाबजूद कब्रिस्तान की जमीन पर को टारगेट करने का आरोप लगाया गया। बताया जा रहा है दरभंगा के डीएमसीएच में इलाज के दौरान 45 वर्षिय मैतुन खातुन का इंतकाल हो गया। जिसके बाद कफन दफन को लेकर शव को अपने कब्रिस्तान में ले जाया जा रहा था। इसकी सुचना जनप्रतिनिधियों को मिल गई। जिसके बाद काफी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई। कफन दफन पर पुलिस ने रोक लगा दी है। स्थानीय लोगों सम्बंधित पदाधिकारी से रोक लगाने का कारन लिखित रुप से मांग की है। मांग पुरी होने पर दाह संस्कार करवाया जाएगा। गांव के लोग शव लेकर धरने पर बैठ गए हैं। आपको बतादे जिस कब्रिस्तान में कफन दफन को लेकर विवाद है म़ंसुरी समाज का है। जिसका रकबा एक एकड़ 50 डिसमिल है। इस कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं है। मिट्टी भराई का काम 2019 में पंचायत के जनप्रतिनिधि के द्वारा किया जा चुका है। उस जमीन पर खेल मैदान का निर्माण करवाया जाने को लेकर स्थानीय मुखिया डटे हुए हैं। जबकि टेकवारा में 6 एकड़ से अधिक जमीन खाली पड़ी है। जान बूझकर माहौल बिगाड़ने का स्थानिए लोगों ने आरोप लगाया है। जिसकी अंचलाधिकारी मधुमिता कुमारी ने हाईकोर्ट में लिखित रुप से दिया है। जिसमें कब्रिस्तान होने की बात पर स्वीकार किया है। इसके साथ खेल मैदान निर्माण पर दिनांक को रोक भी लगा दी है।
वहीं, इस मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद राजा ने बताया हमारी बुआ का इंतकाल गया है। उसका दाह संस्कार पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन हमारे पुर्वजों के जमाने का कब्रिस्तान है। उस खेल मैदान निर्माण करवाने को लेकर यह साज़िश रची जा रही है। इस मामले को लेकर ग्रामीण रहीमा खातुन ने बताया बाप दादा के जमाने के समय का कब्रिस्तान है। स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधि के द्वारा यह काम किया गया है।
इस घटना पर थाना अध्यक्ष रौशन कुमार मिश्रा ने बताया कि, कब्रिस्तान की जमीन पर विवाद चल रहा है। पुलिस कैंप कर रही है। किसी प्रकार कोई भी माहौल बिगाड़ने का काम करेगा पुलिस एक्शन लेगी।