Kaimur News : कैमूर के आयुष ने कोरोना काल में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए डॉक्टर बनने का सपना देखा था । जिसके बाद कड़ी मेहनत से नीट क्वालीफाई कर जिले का नाम रौशन किया । आयुष एक साधरण परिवार से आता है । वहीं नीट में कड़ी मेहनत के बल पर आयुष ने ऑल इंडिया में 1162 रैंक और 605 मार्क्स लाकर जिले का नाम रौशन किया है । बता दें कि, आयुष मौर्य का बचपन बड़ी संघर्ष से बिता, जब वह तीन साल का था तो सर से पिता का साया उठ गया तो चाचा अखिलेश सिंह और चाची बबिता कुमारी ने पाल पोश कर बड़ा किया । दोनों ने मिलकर कभी पिता की कमी का ऐहसास नहीं होने दिया । राजस्थान के कोटा में भेजकर नीट की तैयारी कराई । जिसके बाद आयुष नीट पास कर अच्छे रैंक लाया । जिससे दिल्ली जैसे एम्स में नामांकन लेना आसान होगा। आयुष घर में बड़ा लड़का होने के नाते घर के सभी बच्चों के लिए मिशाल बन गया है । चाचा चाची बताते है कि, आयुष बचपन से पढ़ने में काफी रुचि रखता था । अपने पढ़ाई के बदौलत नीट क्वालीफाई कर घर का मान सम्मान बढ़ाया है । हमलोग भी चाह रहे थे कि आयुष डॉक्टर बने जिससे समाज के लोगों का सेवा कर सके ।
कैमूर से प्रमोद कुमार की रिपोर्ट