एक महीने से कैमूर की आशा कार्यकर्ता हड़ताल पर हैं. रोजाना अपने पीएचसी पर जाकर धरना-प्रदर्शन कर रही हैं. साथ ही बिहार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रही हैं. अलग-अलग तरह से प्रदर्शन कर रही हैं. कभी थाली बजा कर तो कभी हाथ मे मेहंदी लगा कर सरकार का विरोध कर रही हैं. शुक्रवार को गीत गाकर सरकार से अपनी मांग पूरा करना की कोशिश कीं.
बता दें कि कैमूर जिले के दुर्गावती स्वास्थ्य केंद्र में सरकारी कर्मी का दर्जा व समान वेतन की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने आज 30वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रखा. इस दौरान आशाकर्मियों ने केंद्र व बिहार सरकार के खिलाफ हाथों में सावन की मेहंदी रचा कर नारेबाजी की. सभी आशा कर्मियों ने अपने-अपने हाथों में लाल मेहंदी से नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद, नीतीश मुर्दाबाद तेजस्वी मुर्दाबाद नाम रचाकर इनके विरोध में नारेबाजी की.
आशा कर्मियों ने दुर्गावती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में अपने 9 सूत्री मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन में जमकर नारेबाजी भी की. जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती तबतक हड़ताल जारी रहेगा. आशा को सरकारी कर्मी का दर्जा देने तथा 10 हजार मासिक वेतन तथा पेंशन योजना बहाल करने के साथ नौ सूत्री मांगों पर आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि हड़ताल पर जाने की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है. सरकार हमारी मांगों पर अब तक चुप है.