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पीएम मोदी से कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर ने की बात, कहा- '36 साल का लंबा इंतजार खत्म हुआ'

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की आज 100वीं जयंती है. इसके ठीक एक दिन पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर जी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा की. जिसके बाद से बिहारवासियों के बीच खुशी का माहौल कायम है. राजनीतिक नेताओं की ओर से एक का बाद एक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. इस बीच भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके बेटे और जेडीयू सांसद रामनाथ ठाकुर से बात की है. जिसको लेकर रामनाथ ठाकुर ने कहा कि, 36 साल लंबा इंतजार खत्म हुआ है. पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं.  

रामनाथ ठाकुर ने जाहिर की खुशी

रामनाथ ठाकुर ने खुशी जाहिर करते हुए यह भी कहा कि, भारत रत्न मिलेगा. बहुत खुश हूं. किसी सरकार ने यह नहीं किया था. अतिपिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग में आज भी मेरे पिता बहुत लोकप्रिय हैं. इस सवाल पर कि आने वाले चुनाव में क्या इस पर किसी को लाभ मिलेगा ? इस पर रामनाथ ठाकुर ने कहा कि, चुनावी लाभ किसको मिलेगा या नहीं मिलेगा मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. आगे रामनाथ ठाकुर ने कहा कि असहाय, पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने के लिए मेरे पिता ने संघर्ष किया, इसलिए उनको जननायक कहा जाता है. जनता को तय करना है कि लोकसभा चुनाव में लाभ किसको मिलेगा. मेरे पिता की जयंती सब दल मनाते हैं. मेरे पिता की नीति, सिद्धांतों पर सभी दलों को भरोसा है. उनके दिखाए रास्ते पर सब चल रहे हैं.

'भारत रत्न देकर मोदी सरकार ने किया अच्छा काम' 

आगे रामनाथ ठाकुर ने यह भी कहा कि, जिन मूल्यों के लिए कर्पूरी ठाकुर आगे बढ़ रहे थे उन मूल्यों की पूर्ति भारत रत्न देकर मोदी सरकार ने अच्छा काम है. मेरे पिता ने बिहार में मैट्रिक तक पढ़ाई मुफ्त की दी. राज्य के सभी विभागों में हिंदी में काम करने को अनिवार्य बना दिया. बहुत काम ऐसे किए जिनको हमेशा याद रखा जाएगा. आपको बता दें कि, पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का निधन 1988 में हो गया था, लेकिन इतने साल बाद भी वो बिहार के पिछड़े और अतिपिछड़े मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. वह अति पिछड़े वर्ग से थे. इधर, लोकसभा चुनाव से पहले भारत रत्न देने का निर्णय इसे पीएम मोदी के मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है.

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