कटिहार के बारसोई में बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गोली चलाई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. वहीं, इस फायरिंग में एक अन्य घायल हो गया. घटना के बाद से ही इसको लेकर राजनीति भी गरमा चुकी है. भाजपा समेत अन्य विरोधी दल जहां नीतीश सरकार पर हमलावर है, वहीं कांग्रेस भी अपनी नाराजगी जता चुकी है. दूसरी ओर ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा है कि लोग बदमाशी करेंगे तो लाठीचार्ज होता ही है और लाठीचार्ज में गोली चलती ही है.
कटिहार में पुलिस की गोली से मरने के मामले में मुआवजे को लेकर पूछे गए सवाल को भी ऊर्जा मंत्री ने टालते हुए कहा कि इस पर बाद में देखा जाएगा. वहीं, कटिहार की घटना वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मामले में जांच चल रही है और जो दोषी होंगे उसपर कार्रवाई होगी. दूसरी ओर कटिहार फायरिंग को लेकर भाजपा नीतीश सरकार पर जोरदार तरीके से हमला कर रही है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि पहले शिक्षकों और भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और अब कटिहार में बिजली मांगने पर गोली मार दी गई. नीतीश सरकार निरंकुश हो गई है. सम्राट चौधरी ने पूछा, आखिर किसी भी सरकार को गोली मारने का अधिकार किसने दे दिया है. इधर, कांग्रेस पार्टी ने इस गोलीकांड पर गहरी नाराजगी जताते हुए अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे बड़ी प्रशासनिक लापरवाही बताया है.
ऊर्जा मंत्री के बयान पर कांग्रेस कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि पुलिस की कार्रवाई को कभी सही नहीं ठहराया जा सकता. गोली चलाने वाले पुलिस को जेल होनी चाहिए. लोगों को बिजली नहीं मिलेगी तो सड़क पर उतरेंगे ही. कोई भी विभाग जनता के पैसे से चलता है. मांग को लेकर गोली कैसे चला सकते हैं. इस घटना को सही ठहराना गलत है.