तेजस्वी के द्वारा आरक्षण को लेकर धरना दिया गया और आरक्षण को 9वी अनुसूची में शामिल करने की मांग की गई इस पर केंद्रीय मंत्री जीत राम मांझी ने निशाना साधा मांझी ने कहा कि 15 साल तक उनके माता-पिता का शासन था उस समय उन्होंने क्यों नही किया। जब वह अपने डिप्टी चीफ मिनिस्टर थे इतना टीचर बहाल किया उस समय कहां चले गए थे आज जब सत्ता से बाहर चले गए हैं तब उनको याद आ रही है के सी त्यागी के द्वारा इस्तीफा देने के सवाल पर कहा कि उनका व्यक्तिगत मामला है और पार्टी अंदरूनी मामला है इस पर बोलना ठीक नहीं है।चिराग पासवान के द्वारा आरक्षण पर सवाल खड़े के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा चिराग पासवान सवाल खड़ा कर रहे हैं तो गलत है हम लोग आरक्षण के विरोधी नहीं है हम लोग यह चाहते हैं कि जो 18 जातियां बिहार में है उसका कोई अता-पता नहीं है ना नौकरी में ना mla में ना एमएलसी में एमपी में और चार जात है समाज के लोग हैं वही सब कुछ कब्जा कर रखे हुए हैं 76 साल में यही स्थिति आ गई है तो क्या चिराग पासवान यही चाहते हैं यही न्याय है बड़ा भाई इस तरह सब बेमानी करके खा जाए छोटा भाई को छोड़ दे हम लोग बटवारा चाह रहे हैं कि बड़ा भाई है तो हमारे गोतीया बने जो हमारा जो हमारा हिस्सा है वह हिस्सा हमें दे दिया हम भी आगे बढ़ेंगे हम 18 भाई हैं मिलकर चलेंगे।