अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) के तत्वावधान में आज राजधानी पटना में दलित, गरीबों और मजदूरों का विशाल विधानसभा मार्च निकला। गांव के गरीब,दलित और मजदूर महिला पुरुषों ने हजारों की संख्या में गेट पब्लिक लाइब्रेरी से गर्दनीबाग धरनास्थल तक विशाल जुलूस निकाला। गरीब और फटेहाल महिलाएं बुल्डोजर राज के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर करने पटना पहुंची थी। गरीबों को उजाड़ने के खिलाफ सभी भूमिहीनों को 5 डेसिमल वास की जमीन,पक्का मकान, 200 यूनिट फ्री बिजली,आंध्र की तरह सामाजिक सुरक्षा पेंशन 4000 रुपए करने, माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की लूट और दमन मुख्य मांगें थीं।प्रदर्शन के माध्यम से नीतीश कुमार को याद दिलाया गया कि महागठबंधन सरकार की घोषणाओं के अनुरूप 95 लाख अति गरीबों को 2-2 लाख का अनुदान देने की प्रक्रिया क्यों बंद है। सभा से प्रस्ताव लेकर ऐलान किया गया कि प्रधान मंत्री मोदी का 15 लाख का जुमला नहीं बनने देंगे। भाकपा-माले के "हक दो वादा निभाओ" अभियान के तहत सभी दलित–गरीब बस्तियों की आम बैठक करते हुए आगामी 21 से 23 अगस्त तक अंचलों में प्रदर्शन किया जाएगा।