बिहार हो या कोई भी राज्य, कई बार धर्म के नाम पर खींचतान के मामले सामने आते रहते हैं. कई बार हिंदू-मुस्लिम के बीच लड़ाई-झगड़े को लेकर खबरें सामने आती है. लेकिन, एक मामला किशनगंज से सामने आया है. जहां के मो. कलाम ने सांप्रदायिक सौहार्द का अनूठा उदाहरण पेश किया है. धर्म-जात से ऊपर उठकर एक मिसाल पेश कर दी है.
एक ओर जहां पूरे देश में धर्म को लेकर राजनीतिक खींचतान जारी है तो वहीं दूसरी तरफ किशनगंज के रहने वाले मो. कलाम जो कि इस्लाम धर्म को मानते है. उन्होंने एक हिंदू बच्ची को न सिर्फ पाल पोश कर बड़ा किया बल्कि उन्होंने उस लड़की की शादी हिंदू रीति-रिवाज के साथ हिंदू लड़के से करवा कर पूरे देश के लिए मिसाल कायम कर दिया.
बता दें कि, नगर परिषद वार्ड संख्या 24 निवासी मो. कलाम पेशे से संवेदक हैं. उन्होंने हिंदू बच्ची का लालन-पालन कर बड़ा किया. बच्ची की उम्र जब शादी करने की हुई, तब मो. कलम ने उसकी शादी को लेकर इच्छा जानने की कोशिश की. बच्ची ने हिंदू लड़के से ही शादी करने की इच्छा जाहिर की.
जिसके बाद मो. कलाम ने पिता का फर्ज निभाते हुए उसके लिए वर ढूंढा और उसका विवाह धूमधाम से संपन्न कराया. मो. कलाम से जब विवाह को लेकर होने वाली परेशानी को लेकर सवाल किया गया तो एक पिता की तरह उनकी भी आंखे भर आई. वहीं, अब मो. कलाम के इस नेक कार्य की हर तरफ सराहना हो रही है.