केके पाठक नए साल पर गरीब बच्चों के लिए बड़ी खुशखबरी देने जा रहे हैं. दरअसल, नए साल में राज्य के सभी 71,863 प्रारंभिक विद्यालय में स्मार्ट क्लास और इंटरनेट की सुविधा से जुड़ने जा रहे हैं और इसके लिए केके पाठक ने सहमति दे दी है. बता दें कि अभी तक यह सुविधा उन्हीं माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उपलब्ध है जहां स्मार्ट क्लास संचालित हो रहे हैं.
लेकिन, शिक्षा विभाग द्वारा ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों के तमाम विद्यालयों में भी स्मार्ट क्लास और इंटरनेट की सुविधा देने की तैयारी की जा रही है. प्रत्येक विद्यालय में दो स्मार्ट क्लासरूम पर 3 लाख रुपये खर्च होंगे. इस मद में कुल 2155 करोड़ 89 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है.
केके पाठक ने स्मार्ट क्लास के लिए दी है सहमति
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने प्रारंभिक विद्यालयों को स्मार्ट क्लास एवं इंटरनेट की उपलब्धता को लेकर उच्चस्तरीय बैठक में सहमति दी है. इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रारंभिक विद्यालयों को स्मार्ट बनाने की दिशा में केंद्र सरकार से भी वित्तीय मदद मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. शिक्षा विभाग के मुताबिक प्रत्येक प्रारंभिक विद्यालय को उपलब्ध करायी जाने वाली राशि से दो कक्षाओं को स्मार्ट क्लासरूम में तब्दिल किया जाएगा.
ऑनलाइन पढ़ाई से जुड़ी अध्ययन सामग्री भी मुहैया करायी जाएगी
इसके साथ ही इन सभी विद्यालयों को आनलाइन पढ़ाई से जुड़ी अध्ययन सामग्री भी मुहैया करायी जाएगी. इस मुहिम का राह में खड़ी होने वाले इंटरनेट जैसी समस्याओं से निपटने के लिए बीएसएनएल के साथ एक करार (एमओयू) करने का फैसला लिया गया है. मौजूदा समय में राज्य के 9340 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध है. इसके साथ ही विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की भी व्यवस्था दी जा रही है.