PATNA- शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के के पाठक एक महीने की लंबी छुट्टी पर चले गए हैं, और ऐसा लगता है ककि नीति सरकार ने केके पाठक को शिक्षा विभाग से पूरी तरह से छुट्टी करने का मन बना लिया है. यही वजह है कि के के पाठक के छुट्टी के दौरान आमतौर पर शिक्षा विभाग के ही किसी अधिकारी को प्रभार अब तक दिया जाता रहा है. लेकिन इस बार मुख्यमंत्री के खास अधिकारी माने जाने वाले अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, और यह संभव है कि लोकसभा को लेकर लगी आचार संहिता खत्म होने के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर के के पाठक की जगह नए अधिकारियों की तैनाती कर दी जाए.
ऐसा लगता है कि के के पाठक को नीतिश सरकार के इस रणनीति की जानकारी मिल गई थी इसलिए वे आचार संहिता खत्म होने से पहले ही लंबी छुट्टी पर चले गए हैं. सूत्रों की माने तो केके पाठक के हाल के कई निर्णय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खुश नहीं थे. केके पाठक के खिलाफ शिक्षक संघ के साथ ही विधान परिषद के कई सदस्य, विश्वविद्यालय के कुलपति और राजभवन की तरफ से कई फैसले पर आपत्ति जताई जा चुकी थी. इसलिए ऐसा लगता है की नीतिश सरकार ने अब शिक्षा विभाग से केके पाठक की छुट्टी करने की पूरी तरह से तैयारी कर ली है, और तत्काल उनके एक माह की लंबी छुट्टी के आवेदन को स्वीकृत करते हुए एस सिद्धार्थ को प्रभाव दिया है. एस. सिद्धार्थ कैबिनेट विभाग के भी अपर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी हैं.