शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव बनने के बाद से ही केके पाठक लगातार एक्शन में हैं. बिहार में ध्वस्त हो चुकी शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए केके पाठक लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं. उनके फैसलों से कई बार विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है बावजूद इसके केके पाठक इन सभी चीजों को दरकिनार कर अपने काम में लगे हुए हैं और बिहार के लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रहे हैं.
दरअसल, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा विभाग ने जिले के 34 लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लिया है. बीते 4 सितंबर को किए गए औचक निरीक्षण के दौरान ये शिक्षक बिना सूचना दिए स्कूल से गायब पाए गए थे. जिसको लेकर शिक्षा विभाग ने सभी 34 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दे दिया है. इसके साथ ही इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है और जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी.
शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से जिले के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है. पिछले 1 जुलाई से जिले के स्कूलों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है और बिना जानकारी दिए स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. निरीक्षण के दौरान शिक्षकों के साथ साथ बच्चों की उपस्थिति, मिड डे मील, शौचायल की साफ सफाई और पीने के पानी के साथ-साथ अन्य सुविधाओं की मॉनेटरिंग की जा रही है.