PATNA- एक तरफ प्रधानाध्यापक बनने के लिए हजारों शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा में बैठ रहे हैं वही दूसरी ओर बिहार में प्रमोशन से बने करीब 57 प्रधानाध्यापकों ने पद से विमुक्त करने का आग्रह अपने विभाग से किया है. इनके आग्रह के बाद शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है. ऐसे शिक्षकों को शिक्षा विभाग भविष्य में किस तरह की प्रोन्नति नहीं देगी. इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने संबंधित जिला के शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है.
इस पत्र में सभी संबंधित 57 शिक्षकों की सूची भेजी गई है जिन्होंने प्रधानाध्यापक पद से विमुक्ति के लिए आवेदन दिया है. इस पत्र में यह कहा गया है कि जो प्रधानाध्यापक पद से विमुक्ति चाहते हैं, उन्हें यह शपथ दायर करना होगा कि वह भविष्य में किसी तरह की प्रोन्नति का दवा नहीं करेंगे. यह शपथ पत्र एक सप्ताह के अंदर सभी संबंधित शिक्षकों को जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से शिक्षा विभाग को भेजना होगा. कन्हैया प्रसाद द्वारा जारी पत्र और शिक्षकों की सूची नीचे है..
बताते चले कि इस समय स्कूल के प्रधानाध्यापक को कई तरह के कार्य करने पर रहे हैं. स्कूल में शिक्षक या छात्रा के विलंब से आने या किसी अन्य तरह की गड़बड़ी को लेकर सीधे प्रधानाध्यापक को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जा रही है. कई प्रधानाध्यापक का वेतन रोक दिया गया है वही, अधिकांश प्रधानाध्यापक के हर माह के वेतन में कुछ दिनों की कटौती हो जा रही है. इस समय अधिकांश स्कूलों के प्रधानाध्यापक काफी दबाव महसूस कर रहे हैं. यही वजह है कि प्रोन्नति के बाद 57 प्रधानाध्यापकों ने इस पद से विमुक्त करने का आग्रह किया है.