बिहार में मानसून ने बहुत पहले ही दस्तक दे दिया है. लेकिन, अब तक सिर्फ मध्यम स्तर की बारिश ही हो पाई है. किसी भी जिले में भारी बारिश अब तक नहीं हो पाई है. लेकिन, नेपाल में हो रही बारिश के कारण बिहार के जिलों में आफत आ पड़ी है. नेपाल से पानी छोड़ने के कारण बिहार के नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रहा है. जिसके कारण कई गांवों पर खतरा मंडराने लगा है. इस बीच खबर सुपौल से है जहां कोसी नदी उफान पर है और कुछ ही दिनों में रौद्र रूप धारण कर सकती है. जिसको लेकर लोगों के बीच भय का माहौल पैदा हो गया है.
जल संसाधन मंत्री ने तटबंध का लिया जायजा
इस बीच बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने सुपौल में कोसी तटबंध का जायजा लिया. निरीक्षण के क्रम में अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, डीएम कौशल कुमार, एसपी शैशव यादव सहित अन्य मौजूद थे. निरीक्षण उपरांत पश्चिमी कोसी तटबंध के निरीक्षण भवन में विश्राम एवं अल्पाहार किया. इसके बाद मझारी दिघिया, डगमरा, कुनौली तक मझारी सिकरहट्टा बांध का जायजा लेते हुए कोसी बराज के लिए रवाना हो गए.
मंत्री जी को समस्याओं से कराया गया अवगत
साथ ही निरीक्षण भवन में जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष किशोरी साह, नगर अध्यक्ष गोपाल कुमार साह ने मंत्री से मिलकर समस्याओं से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि, निर्मली रिंग बांध जर्जर स्थिति में है और कोसी प्रोजेक्ट की सड़कें भी जर्जर हो गई है. जिससे छोटे बड़े वाहनों को आवाजाही में काफी परेशानी होती है. बताया कि, नगर में जल निकासी के लिए पूर्व से बने तीन स्लुइस गेट से समुचित पानी की निकासी नहीं हो पाती है. उन्होंने दो अन्य स्लुइस गेट निर्माण कराने की मांग मंत्री से की. मंत्री ने अविलंब बांध की मरम्मत एवं स्लूइस गेट निर्माण का आश्वासन दिया. तत्पश्चात मंत्री का काफिला मझारी से सिकरहट्टा निम्न बांध होते हुए कोसी बराज के लिए रवाना हो गया.
मंत्री ने निरीक्षण के बाद दिया दिशा-निर्देश
वहीं, इस दौरान पश्चिमी कोसी तटबंध के डलवा कट एंड का निरीक्षण किया गया. मौके पर उपस्थित अपर मुख्य सचिव एवं अभियंता प्रमुख को आगामी मानसून सत्र को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए गए. उन्होंने कहा कि, कोसी नदी का जलस्तर फिलहाल नियंत्रण में है और तटबंध की स्थिति सुदृढ़ है. जहां भी कटाव की स्थिति है, वहां फ्लड फाइटिंग का कार्य किया जा रहा है. वहीं, सिकरहट्टा मझारी निम्न बांध में रेनकट व सड़क की जर्जरता को लेकर अविलंब मरम्मत कराने का आदेश दिया गया है.