लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. जिसके बाद से राजनीतिक पार्टियों के बीच खलबली और भी ज्यादा बढ गई है. इस बीच बड़ी खबर लालू परिवार से जुड़ी सामने आई है. दरअसल, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप, और मीसा भारती के बाद अब आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की एक और बेटी राजनीति में एंट्री करने जा रही है और वह कोई और नहीं बल्कि रोहिणी आचार्य है. बता दें कि, रोहिणी आचार्य को बिहार की राजनीति में लॉन्च करने की पूरी तैयारी कर ली गई है. ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि, यदि रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ती हैं तो फिर आखिर उन्हें टिकट कहां से दिया जाएगा.
इस सीट से लड़ सकती हैं चुनाव
तो हम आपको बता दें कि, रोहिणी के लालू यादव की गृह सीट रही सारण से लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें काफी ज्यादा तेज है और इस तरह की अटकलें इसलिए लगाई जा रही है क्योंकि, इस मामले में लालू परिवार के करीबी और राबड़ी देवी के 'राखी भाई' कहे जाने वाले राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह ने फेसबुक पोस्ट के जरिए रोहिणी के बिहार की राजनीति में एंट्री के बड़े संकेत दिए हैं. दरअसल, सुनील सिंह ने लिखा कि, पिता के प्रति अगाध प्रेम, श्रद्धा एवम समर्पण की प्रतिमूर्ति डॉ. रोहिणी आचार्य. सारण प्रमंडल के समस्त पार्टी कार्यकर्ताओं की हार्दिक इच्छा है कि डॉ. रोहिणी आचार्या को सारण लोकसभा से राष्ट्रीय जनता दल का प्रत्याशी घोषित किया जाए !
सुनील सिंह ने किया पोस्ट
इस पोस्ट के जरिये सुनील सिंह ने बताया कि, आरजेडी कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि रोहिणी आचार्य सारण से चुनाव लड़ें. आपको बता दें कि, हाल ही में कुछ दिनों पहले पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन की जन विश्वास महारैली में इंडिया अलायंस के नेताओं, पिता लालू यादव समेत पूरे यादव परिवार के साथ रोहिणी आचार्य ने राजनीतिक मंच साझा किया था. इस दौरान लालू यादव ने अपनी बेटी रोहिणी को तीसरे मौके पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों का अभिवादन स्वीकार कराया था. जिसके बाद से रोहिणी के राजनीति में संभावित प्रवेश की अटकलें शुरू हो गईं थी. तो वहीं अब जिस तरह से आरजेडी एमएलसी का ये पोस्ट सामने आया है, उसके बाद तो चुनाव लड़ने की अटकलें और भी ज्यादा तेज हो गई है.
लालू-राबड़ी भी लड़ चुके हैं चुनाव
इस बीच यह भी बता दें कि, इससे पहले राजनीतिक गलियारों में कुछ समय पहले चर्चा थी कि सुनील सिंह खुद सारण से लोकसभा लड़ना चाहते हैं. लेकिन अब उनके फेसबुक पोस्ट से ये साफ हो गया है कि उन्होंने रोहिणी के पक्ष में अपनी दावेदारी वापस ले ली है. बता दें कि, जिस सारण सीट से रोहिणी के चुनाव लड़ने की मांग उठ रही है, जो लालू यादव की गृह सीट है. लालू पहली बार 1977 में 29 साल की उम्र में छपरा सीट से चुने गए और बाद में 1989 और 2004 में भी उन्होंने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया. हालांकि, परिसीमन के बाद इसे सारण के नाम से जाना जाता है. चारा घोटाले में सीबीआई द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के चलते 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी पत्नी राबड़ी देवी को अपनी गृह सीट से मैदान में उतारा, लेकिन वह लगभग 41,000 वोटों से हार गईं थी. तो वहीं, पिता और मां के बाद अब उनकी बेटी इस सीट से दावेदारी ठोक सकती हैं. बता दें कि, रोहिणी आचार्य तब सबसे ज्यादा चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपनी एक किडनी पिता लालू यादव को डोनेट की थी. रोहिणी वर्तमान में सिंगापुर में रह रहीं है. सोशल मीडिया पर भी रोहिणी काफी एक्टिव रहती है और आरजेडी पार्टी के विरोधियों पर हमला करने से भी नहीं चूकती हैं. ऐसे में वह अब राजनीति में एंट्री ले सकती हैं.