आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ हाल ही में गोपालगंज जिले में स्थित अपने पैतृक गांव फुलवारिया गए. इस दौरान वे करीब 10 साल बाद सेलार कला गांव स्थित ससुराल भी पहुंचे. ससुराल आते ही लालू यादवने तेवर भी दिखाना शुरू कर दिए. उन्हें गेट के बाहर कोई लेने नहीं आया तो रूठ गए. फिर जब घर के अंदर से साला आया और हाथ जोड़कर अंदर आने के लिए कहा, तब जाकर लालू ने गाड़ी से नीचे पैर रखा.
दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप यादव मंगलवार को सेलार कला पहुंचे. करीब 10 साल बाद अपनी बेटी और दामाद को गांव में देखकर लोगों के चेहरे खिल उठे. उनके स्वागत के लिए ससुराल वाले घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. जैसे ही लालू यादव वहां पहुंचे, घर के अंदर से महिलाएं आईं और राबड़ी देवी उनके साथ चली गईं. उनके साथ मंत्री तेजप्रताप यादव भी अंदर चले गए. मगर लालू प्रसाद यादव अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे.
तब पता चला कि लालू रूठे हैं. क्योंकि उन्हें कोई लेने नहीं आया. फिर अंदर से लालू के चचेरे साले रमाकांत यादव आए और लालू से हाथ जोड़कर घर के अंदर आने के लिए कहा. इसके बाद आरजेडी सुप्रीमो गाड़ी से उतरे और अंदर गए. अपने चुटीले अंदाज को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले लालू प्रसाद यादव का ये तेवर भी लोगों को खूब पसंद आया.