बिहार के जिलों में झमाझम बारिश लगातार देखने के लिए मिल रही है. भीषण गर्मी के बाद हुई बारिश ने लोगों को राहत तो दी और अब वही आफत बन गई है. दरअसल, लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही खतरे के निशान को भी नदियां पार कर सकती है. इस बीच खबर पूर्णिया से है जहां लोगों को अब अपना घर नदी में समाने का भय सता रहा है. जिसके बाद वे सभी हंगामा करने पर उतारू हो गए हैं. इसके साथ ही विधायक और सांसद पर पूरी तरह आक्रोशित भी दिख रहे हैं.
दरअसल, यह पूरा मामला पूर्णिया के अमौर प्रखंड अंतर्गत ज्ञानडोब पंचायत के वार्ड नंबर-7 की है. जहां के मोदी टोला सिमलबारी में कनकई नदी के भीषण कटाव से सैकड़ों घर नदी में विलीन होने की संभावना है. यहां के ग्रामीणों का कहना है कि, हम सभी का घर 20 वर्षों के अंदर 5 बार नदी में कट चुका है. अब तक हम लोगों को देखने के लिए ना ही कोई सांसद आए और ना ही कोई विधायक आए हैं. अब हम सब लोग पलायन करने के लिए मजबूर हैं. वहीं, इस दौरान लोग सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि हम लोगों को बचा लीजिए. हम लोगों के पास कहीं रहने के लिए अपनी जमीन भी नहीं है.
साथ ही उनका यह भी कहना था कि, अगर कटाव निरोधक कार्य नहीं होता है तो 90 घर नदी में विलीन हो सकते हैं. वहीं, एक बिजली का पोल जो 33 केवी का है, वह नदी के कगार पर अटके हुए हैं. वह भी नदी में समाने की संभावना है. यह पोल अगर नदी में समा गया तो 1000 लोगों के घरों की बिजली गुल हो सकती है. वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी गई. कहा कि, अमौर प्रखंड के पूर्वी भाग को हमेशा नदी में विलीन होने के लिए आखिर क्यों छोड़ दिया जाता है. समय रहते अगर कार्य किया जाता तो यह गांव बच सकता है. वहीं, तत्काल नदी कटावों को रोकने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने मांग की है.