Patna - आईएएस अधिकारी और ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस के खिलाफ ईडी की जांच चल रही है उन पर कई तरह के गंभीर आरोप लग रहे हैं इस आरोप को लोजपा के नेता सुनील सिन्हा भी सही बता रहे हैं. बताते चलें कि सुनील सिंह को ED ने एक बार फिर से तलब किया है. ED के समक्ष पेश होने से पहले मीडिया से बात करते हुए लोजपा नेता सुनील सिन्हा ने कहा कि IAS संजीव हंस के साथ हमारे अच्छे रिश्ते थे लेकिन वे अवैध संपत्ति बनाना चाहते थे और गलत रास्ते पर निकल पड़े थे.उसके बाद हमारा उनका संबंध खराब हो गया. संजीव हंस पर लगे रेप मामले में सीधे तौर पर सुनील सिंह ने कहा जो आरोप लगा है वह बिल्कुल सही है. साथ ही अपने पद पर रहते हुए संजीव हंस अवैध संपत्ति बनाई है परिवर्तन निदेशालय को वह हर संभव सहयोग दे रहे हैं.
बताते चल रहे हैं कि राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव और आईएएस अधिकारी संजीव हंस पर आपसी मिली भगत से अवैध संपत्ति बनाने का आरोप लगा है. इस आरोप के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दोनों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. ED की टीम ने लाजपा नेता सुनील सिंह को भी तलब किया था इससे पहले वह पूछताछ कर चुकी है और फिर से एक बार पूछताछ के लिए सुनील सिन्हा को बुलाया है.
गौरतलब है कि IAS अधिकारी संजीवां हंस मामला अब राजनीतिक रूप भी ले रहा है विपक्षी दलों ने यह आरोप लगाया है कि संजीव हंस सीएम नीतीश कुमार के खास अधिकारी हैं. गंभीर आरोप लगने के बाद भी हुए उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं वहीं संजीव हंस के बहाने केंद्र की भाजपा सरकार नीतीश कुमार पर अपना दबाव बढ़ाना चाह रही है और इसी कड़ी में ED का सहयोग लिया जा रहा है. ED के दबाव में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे की मांग से पीछे हटने का आरोप लग रहा है.