लोकसभा चुनाव की लहर देश भर में देखने को मिल रही है .बिहार की अगर बात करे तो बिहार में राजनीती में कब किसकी हो जाए यह कोई नहीं जानता .इन दिनों बिहार में एक मुद्दा तुल पकड़े हुए है वो है परिवारवाद का मुद्दा .जब भी यह मुद्दा उठता है तब एक नाम चर्चा में जरुर आता है वो है राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का.इस बार लोकसभा चुनाव में लालू यदा ने अपनी दो बेटी मिसा भारती और रोहिणी आचार्य को टिकेट देकर चुनावी मैदान में उतारा है.
वही अपने परिवार के एक और सदस्य को लालू यादव ने राजनीती में उतारने का फैलसा लिया है वो है उनके दामाद .खबरों मी माने तो भले ही लालू यादव ने अपनी पार्टी से अपने दामाद को टिकट नहीं दिया है लेकिन लालू यादव ने अपने दवाम्द के लिए पैरवी जरुर की और उन्हें टिकेट दिलवा दिया है .
बता दे की लालू प्रसाद यादव ने अपनी पैरवी लगा कर दामाद तेजप्रताप यादव को उत्तर प्रदेश के कन्नौज से समाजवादी पार्टी से टिकट दिलवा दिया है.यह वही सीट है जहां से खुद अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की चर्चा हो रही थी.लेकिन अब खुद अखिलेश यादव ने कन्नौज में अपने उम्मीदवार के नाम का एलान किया जहां लालू यादव के दामाद को मौका मिल गया है . सूत्रों की माने तो एक तरफ जहां तेजप्रताप यादव लालू यादव के दामाद हैं वही उनका रिश्ता अखिलेश यादव के साथ भी है .वो अखिलेश यादव भतीजे हैं. तेजप्रताप यादव अखिलेश यादव की चचेरे भाई के बेटे हैं.