लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में बिहार की पांच सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा. सीमांचल का किशनगंज, पूर्णिया, और कटिहार सहित पूर्वी बिहार की भागलपुर और बांका सीट पर वोटिंग होगी. इन पांच सीटों पर JDU प्रत्याशी मैदान में हैं, इसलिए इन पांच सीटों पर JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है.
JDU की अग्निपरीक्षा
भागलपुर में सिटिंग MP अजय कुमार मंडल, कटिहार में दुलाल चंद गोस्वामी, पूर्णिया में संतोष कुशवाहा और बांका में गिरिधारी यादव फिर एक बार मैदान में हैं देश में सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता वाली सीट किशनगंज में JDU पिछली बार रनर थी. इस बार JDU ने नए चेहरे पर दांव लगाया है. नीतीश की नजर इन पांच सीटों पर गहराई से है. यही वजह है कि नीतीश खुद सारी जानकारी ले रहे हैं और रणनीति बना रहे हैं. BJP के बड़े नेता अश्विनी चौबे से पटना में मुलाकात के दौरान उन्हें भागलपुर में भी समय देने का आग्रह किया गया है. टिकट नहीं मिलने से नाराज बड़बोले विधायक गोपाल मंडल को मनाने के लिए 19 अप्रैल को उनके विधानसभा क्षेत्र से भागलपुर सीट के चुनावी अभियान की शुरुआत CM नीतीश करेंगे.
नीतीश ने अपने खास अफसरों को दिया टास्क
नीतीश कुमार ने अभी सरकारी सेवा से मुक्त हुए कुछ खास अफसरों को प्लान के लिए इलाकों में भेजा है. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्र भागलपुर में कैंप कर रहे हैं. उदयकांत CM नीतीश के इंजीनियरिंग कॉलेज के सहपाठी हैं और करीब 40 साल से संपर्क में हैं. उदयकांत भागलपुर के मूल निवासी भी हैं. अभी एक सप्ताह से प्रत्याशी के साथ नियमित मीटिंग और रणनीति से नीतीश कुमार को अपडेट भी कर रहे हैं. VRS ले चुके IAS अधिकारी और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा कतिहार, पूर्णिया के बाद भागलपुर में हैं. वे पार्टी और गठबंधन नेताओं से मिलकर वोटरों का रुझान जान रहे हैं और खुद मतदाताओं से मिलकर NDA के विकास पर घंटों पाठ भी पढ़ाते हैं. पूर्व IPS अधिकारी और शिक्षा मंत्री सुनील कुमार भी एक सप्ताह s भागलपुर में हैं. वे सभी विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को गोलबंद कर रहे हैं. इस अधिकारियों को बांका भी जाने को कहा गया है.