महाराष्ट्र की सियासत का इफ़ेक्ट अब बिहार में भी दिख रहा है. महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि दोनों ही गुट दावा कर रहे हैं कि वे ही असली एनसीपी हैं. नार्वेकर ने कहा, 'आर्टिकल 21 के मुताबिक, पार्टी की वर्किंग कमिटी में 21 सदस्य होते हैं. अजित पवार गुट ने 30 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया और उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. अजित पवार को 41 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. अजित पवार के गुट को विधायक दल का समर्थन प्राप्त है, इसलिए अजित पवार गुट ही असली NCP है. वहीं इसकी बानगी बिहार में भी देखने को मिली है. पटना के एनसीपी के प्रदेश कार्यालय में पुराने पोस्टर को उतारकर अब नया पोस्टर लगाया गया है जिसमे अजित पावर और एनसीपी के नए प्रदेश अध्यक्ष राहत कादरी की तस्वीर है. वहीं अजित पवार गुट का कब्ज़ा अब एनसीपी के प्रदेश कार्यालय में भी देखने को मिला. भारी संख्या में इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद दिखी.
शरद पवार ने इससे पहले रविवार को कहा था कि अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नाम और चुनाव चिह्न आवंटित किए जाने का निर्वाचन आयोग का फैसला ‘हैरान’ करने वाला है. बाद में चुनाव आयोग ने शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट को 'नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी का नाम दिया था. शरद पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी को असली NCP के रूप में मान्यता देने के निर्वाचन आयोग के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है.