PATNA-कहते हैं किसी भी व्यक्ति का भविष्य तभी संवारा जा सकता है जब उसे अच्छा संस्कार दिया जाए और हर एक बच्चे या उनके रिश्तेदार यह चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छे संस्कार प्राप्त करें और अच्छा मुकाम हासिल करें लेकिन आज आपको जो बताने जा रहे हैं उसे सुनकर आप भी अचरज में पड़ जाएंगे.मामा भांजा एक पवित्र रिश्ता है लेकिन आज एक ऐसे मामा और भांजे की कहानी हम आपको बताएंगे जिन्होंने अपने कारनामे से पूरे पटना समेत अन्य जिलों में नाम कमाने का काम किया है जिस मामा को भांजा को अच्छी सीख देनी चाहिए थी लेकिन वही मामा लगातार अपने भांजे को कुख्यात बनाना चाहता था और कुख्यात बनाने का सपना साकार करने की राह पर मामा और भांजा निकल पड़े.
रेल पुलिस ने उस समय मामा भांजा गिरोह के तमाम सदस्यो को गिरफ्तार कर लिया, जब मामा भांजा गया जंक्शन पर एक बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार होने वाले थे.
इस मामा भांजा के गिरोह की बात कर ली जाए तो पलक झपकते ही यह किसी भी घटना को अंजाम देते थे इस गिरोह में मामा भांजे समेत दो सहोदर भाइयों ने भी आतंक मचा रखा था पूरी कहानी आपको विस्तार से बताते हैं रेल पुलिस
बड़ी सफलता हाथ लगी गया रेलवे स्टेशन पर एक यात्री जिनका नाम अजीत कुमार पिता राजकुमार मेहता गया के रहने वाले हैं सुबह करीब 8:00 बजे पटना जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म संख्या 7 पर पहुंचे. उस समय वहां यात्रियों की काफी भीड़ थी अजीत कुमार के पीछे भीड़ का लाभ उठाकर चार-पांच की संख्या में अज्ञात लोग काफी देर से खड़े थे अचानक इसी में से एक व्यक्ति के द्वारा अजीत कुमार के गले से सोने का चेन कैट कर भागने लगा साथ ही वहां मौजूद उसके सभी साथी भागने लगे प्लेटफार्म पर पहले से मौजूद पुलिस बल के द्वारा एक चोर को पकड़ा गया जिसे जिसे अपना नाम पंकज कुमार उम्र 28 वर्ष बताया इनके गिरोह के चार अन्य लोग जिनका नाम रूपेश कुमार मिथिलेश महेश शाह है ये सभी बेगूसराय के रहने वाले हैं.जब इन्हें पकड़ कर इनसे पूछताछ की गई तो उनके पास से सोने का चैन को यात्री अजीत कुमार के गले से काटा गया था उसे वह अपने दूसरे साथी को दे दिया तभी सभी लोग गया रेलवे स्टेशन के बगल के होटल लेकर कई दिनों से रुके थे तभी वहीं से हमेशा रेलवे स्टेशन पर आकर चोरी की घटना अंजाम दिया करते थे. पकड़े गए पंकज कुमार के निशानदेही पर होटल में छापेमारी किया गया तो वहां से गिरोह के अन्य सभी सदस्य गिरफ्तार हुए पुलिस ने जब इन्हें गिरफ्तार कर इनके पास से 6800 नगद पकड़े गए चोरी के मोबाइल बरामद किया और इन्होंने पुलिस को अपने सामने घटना की बात को स्वीकारने का काम किया इसमें रोचक तथ्य सामने आए कि अभियुक्त पंकज कुमार सचिन कुमार आपस में भाई हैं और अभियुक्त रूपेश कुमार और महेश शाह आपस में मामा भगना है.
गया समेत अन्य जंक्शनों पर यह गिरोह लगातार आतंक मचाए हुए था और जो भी यात्री सफर करते थे पहले रेकी करके उनसे लूटपाट करने का काम करते थे गया जंक्शन पर यह मामा भांजा गिरोह लगातार सक्रिय था और घटना को अंजाम देने के बाद उसे जगह से यह लोग फरार हो जाते थे.
इस पूरे मामले पर बात करते हुए रेल एसपी अमृतेन्दु शेखर ठाकुर ने बताया कि उनके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है उनके आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है और साथ उनके अन्य साथियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी चल रही है. इस तरह से रेल पुलिस पटना के तत्परता के कारण एक बड़े गिरोह का उद्वेदन है.
पटना से रोहित की रिपोर्ट